अभी से 10 साल बाद यानी 2030 से देश और पूरी दुनिया की सड़कों पर पेट्रोल और डीजल की जगह पानी से गाड़ी चलने लगेंगी. इस बात पर तो आपको पक्के तरीके से भरोसा करना ही होगा. पिछले दो दशक की बात करें तो हमारे आंखों के सामने से कई चीजें गायब हो गई है जैसे लैंडलाइन फोन, रोल वाले मैनुअल कैमरा, टेप रिकॉर्डर. आज के समय में कई ऐसी गाड़ी आ गई है जिसकी हम कभी कल्पना भी नहीं कर सकते थे.
हम आपको बता रहे हैं पेट्रोल-डीजल के जगह वैकल्पिक व्यवस्था हाइड्रोजन ईंधन की.हमने हाइड्रोजन के जगह पानी शब्द का इस्तेमाल इसलिए किया क्योंकि हाइड्रोजन का सबसे बड़ा स्रोत पानी है. पानी के दो टुकड़े करने पर हाइड्रोजन और ऑक्सीजन ही बनते हैं.
हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियां बनी भी शुरू हो गई है और आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि कई देश में इनका सफल परीक्षण भी किया जा चुका है. उम्मीद की जा रही है कि अगले 10 साल में पेट्रोल और डीजल के जगह हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियां सड़कों पर दौड़ने लगेंगी.
इलेक्ट्रिक से चलने लगी है अब गाड़ियां –
आपको बता दें कि हाइड्रोजन एक ऐसा जो मौजूदा प्राकृतिक गैस से 2.6 गुना अधिक ऊर्जा देता है. एक समय था जब आप यह कभी सोच नहीं सकते थे कि इलेक्ट्रिक से भी गाड़ियां चलेंगी. लेकिन आज इलेक्ट्रिक से चलने वाली गाड़ियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. सड़कों पर बस, ऑटो और यहां तक की बाइक भी इलेक्ट्रिक से चलने वाली आ गई है. धीरे-धीरे टाइम बदलता जा रहा है.
एक समय ऐसा आएगा जब पूरी दुनिया की तस्वीर बदल जाएगी और आपको यकीन नहीं होगा कि पेट्रोल-डीजल की जगह गाड़ी पानी यानी हाइड्रोजन से चलने लगी. कई देशों में इसके लिए परीक्षण किए जा रहे हैं और जल्द ही हमारे देश भारत में भी यह देखने को मिलेगा. आपको जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका और इंग्लैंड जैसे देशों में इसका सफल परीक्षण किया जा चुका है. यह कोई सपना नहीं बल्कि बहुत जल्द सच होने वाला हकीकत है.