ठंड का मौसम शुरू होते ही रेल यात्रियों की परेशानियां बढ़ने लगती है क्योंकि ठंड के मौसम में रेलवे के द्वारा कई ट्रेनों को रद्द कर दिया जाता है। ट्रेनों के रद्द हो जाने से रेल यात्री काफी ज्यादा परेशान होते हैं और उन्हें आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आपको बता दें कि इस बार भी रेलवे कोहरे को लेकर 3 महीने के लिए लगातार ट्रेनों को रद्द नहीं करने की योजना पर विचार कर रहा है ताकि रेलवे घाटा में नहीं जाए और लोगों को भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
कोहरा अधिक होने व ट्रेनों को एक-एक दिन की देरी से चलने के स्थिति में एक से दो दिन से लिए ट्रेनों को निरस्त किया जाएगा। योजना के तहत जनवरी तक सभी ट्रेनों में एडवांस टिकट बुकिंग की जा रही है।
आपको बता दें कि सामान्य रूप से कोहरा 25 सितंबर से लेकर 15 जनवरी तक रहता है लेकिन रेल प्रशासन के द्वारा हर साल 1 दिसंबर से लेकर 28 फरवरी तक देशभर के लगभग साडे 300 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया जाता है। ट्रेनों के रद्द होने से रेल यात्रियों की परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ने लगती है और लोगों की परेशानियां बढ़ने से लोग ट्रेन में सफर नहीं कर पाते हैं जिसके कारण उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इन तीन महीनों के टिकट की बुकिंग एक सितंबर से बंद कर दी जाती है। मुरादाबाद मंडल से चलने व गुजरने वाली 40 ट्रेनों को प्रत्येक साल निरस्त कर दिया जाता था। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतान पड़ता था। कई मार्गों पर ट्रेनें चलना बंद हो जाती थीं। मालदा जाने वाले यात्रियों को दिल्ली जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ती थी। इसके कारण रेलवे को भी आर्थिक नुकसान होता था।