कोरोना महामारी के दौरान लगातार तालाबंदी रहने की वजह से आम आदमी की बजट समान्य नहीं रह पा रही थी. इस बीच चीजों की कीमतों में लगातार इजाफा हो रही थी. इस महंगाई में आम आदमी का जीना मुहाल हो रहा था. कई बार घरेलू सामान में भी छूट दी गई. अब तेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला ले रही है. बता दें, घरेलू प्राकृतिक गैस के इस्तेमाल को लेकर पुरानी नीति को दोबारा लागू करने की तैयारी है.
सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में जारी तेजी के बीच सरकार ने बड़ा फैसला किया है. तेल मंत्रालय ने घरेलू प्राकृतिक गैस के इस्तेमाल को लेकर पुरानी नीति को दोबारा लागू करने का एलान किया है. इसके तहत घरेलू प्राकृतिक गैस को उद्योग के मुकाबले सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को पहले बांटा जाएगा. माना जा रहा है कि इससे कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (CNG) और पाइप्ड नैचुरल गैस (PNG) की कीमत में राहत मिलने की उम्मीद है. तीन महीने पहले सरकार ने सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को कहा था कि वे मांग में आई तेजी को पूरा करने के लिए आयात का सहारा लें. ऐसे में सीएनजी और पीएनजी की कीमत आसमान छूने लगीं. देखते-देखते इसका भाव 70 प्रतिशत तक बढ़ गया.
प्राकृतिक गैस को उद्योग के मुकाबले सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों को पहले बांटा जाएगा. पहले सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की कुल मांग का 83-84 प्रतिशत घरेलू प्राकृतिक गैस से पूरा होता था. बाकी का 16-17 प्रतिशत आयात करना होता था. हालिया फैसले के बाद इन गैस कंपनियों की मांग का 94 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो जाएगा. अब केवल छह प्रतिशत का आयात करना होगा, जिससे कीमत पर लगाम लगाना आसान होगा. दिल्ली में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड और मुंबई में महानगर गैस लिमिटेड को अब रोजाना 20.78 एमएमएससीएमडी गैस सप्लाई की जाएगी. राजधानी दिल्ली में सीएनजी के दाम जुलाई, 2021 में 43.40 रुपये प्रति किलोग्राम थे, जो 74 प्रतिशत बढ़कर 75.61 रुपये प्रति किलोग्राम हो गए हैं. वहीं इस दौरान पीएनजी की कीमतें 70 प्रतिशत बढ़कर 29.66 प्रति घनमीटर से 50.59 प्रति घनमीटर हो गई है.