जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के साराज सिंह शहीद हो गए.शहीद सारज सिंह को आज अंतिम विदाई दी गई. बुधवार को देर रात उनके पार्थिव शरीर को शाहजहांपुर लाया गया.
गुरुवार की सुबह जवान को सेना के अधिकारी और नेताओं ने ओसीएफ अस्पताल परिसर में श्रद्धांजलि दिया. सेना के जवान का पार्थिव शरीर लेकर अंतिम संस्कार के लिए सब लोग पैतृक गांव अख्तियारपुर धौकल पहुंचे. उनके अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए और सभी लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के खूब नारे लगाए. लोगों में पाकिस्तान को लेकर खूब गुस्सा दिखाई दिया.
शहीद सारज की पत्नी नाम आंखों से अपने पति के शव को देखती रही. उनके बड़े भाई ने उनको मुखाग्नि दिया और सेना ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया.अंतिम संस्कार के समय सभी की आंखों में आंसू देख रहे थे और सभी अपने लाल के शहीद होने पर गर्व महसूस कर रहे थे.
शहीद के अंतिम विदाई में कैबिनेट मिनिस्टर सुरेश खन्ना भी शामिल हुए. उन्होंने नम आंखों से शहीद को विदाई दी और कहा कि जब सब लोग आराम के सपने देखते हैं उस समय यह बच्चा देश के लिए शहीद हो गया. उन्होंने कहा कि हमें इस बच्चे पर गर्व है और हमें इसके मां-बाप पर गर्व है जिन्होंने अपने बेटा को सेना में भेजा और देश के काम आने का मौका दिया.उन्होंने देश सरकार की ओर से शहीद जवान की मां को 15 लाख और उनकी पत्नी को 35 लाख रुपये दिए. आर्थिक मदद के दस्तावेज परिवार को सौपे हैं.
सारज सिंह की शादी 30 साल पहले ही पिहानी की रहने वाली राजविंदर कौर के साथ हुई थी. उनकी पत्नी पिछले कई दिनों से अपने पति से फोन पर कांटेक्ट करने की कोशिश कर रही थी लेकिन पूछ में मुठभेड़ चलने के कारण वह फोन पर कांटेक्ट नहीं कर पा रहे थे. सारज आज के दोनों भाई भी फौज में भर्ती हुए हैं और वह अपने भाइयों को देखकर फौज में जाने का फैसला लिया थे.