उत्तर प्रदेश सरकार अब गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों के लिए एक खास योजना बना रही है. अब गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों को घर पर ही पढ़ाई करने का मौका मिलेगा. उन्हें घरों पर ही शिक्षण सामग्री मिलेगी.
जिलों में विशेष प्रशिक्षक (स्पेशल एजूकेटर्स) और फीजियोथेरेपिस्ट उनके घर जाकर बच्चों को शिक्षण व प्रशिक्षण देंगे। जो बच्चे गंभीर रूप से दिव्यांग है उन्हें होम बेस्ड एजुकेशन का लाभ मिलेगा. सीएम योगी ने यह पहल ऐसे बच्चों को शिक्षित करने के लिए शुरू किया है जो स्कूल जाने में असमर्थ होते है.
केंद्र सरकार ने समेकित शिक्षा योजना में इस साल गंभीर रूप से दिव्यांग बच्चों के होम बेस्ड एजुकेशन के लिए तीन करोड़ 21 लाख रुपये स्वीकृत किया है, ताकि वह भी शिक्षित हो सके. जिलों में विशेष प्रशिक्षक और फीजियोथेरेपिस्ट को घर पर पढ़ाने के लिए रखा जाएगा। हर बालक-बालिका को 3500 रुपये की शिक्षण सामग्री दिया जायेगा.
इन बच्चों को शिक्षण सामग्री वितरित करने के लिए एक रजिस्टर बनाया जाएगा. जिन बच्चों को शिक्षण सामग्री दी जा रही है उनका नाम इसमें अंकित किया जाएगा.सरकार ने 15 नवंबर तक यह कार्य पूरा करने का आदेश दिया है.
ब्रेल स्टेशनरी व अल्प दृष्टि दिव्यांग किट मिलेगा : उत्तर प्रदेश के दृष्टि दिव्यांग बच्चों को ब्रेल स्टेशनरी और अल्प दृष्टि दिव्यांग किट जल्द मिलेगी। सरकार ऐसे बच्चों को शिक्षित बनाकर उनके सपनों को साकार करना चाहती है. इस योजना के तहत शिक्षक दिव्यांग बच्चों के घर जाकर उन्हें शिक्षा देंगे. ऐसे बच्चों को शिक्षण सामग्री घर पर उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि ऐसे बच्चे अपने भविष्य के सुनहरे सपने को साकार कर सकें.