कोरोनावायरस महामारी के बाद अब लगातार भारत में डीजल पेट्रोल एलपीजी सिलेंडर के साथ-साथ सब्जियों के रेट में भी बढ़ोतरी हो रही है. जुलाई के महीने से लेकर अभी तक एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में काफी उछाल आया है और पूरे उत्तर प्रदेश में पेट्रोल और डीजल का कीमत भी 100 के पार पहुंच गया है. महंगाई की मार से जनता का बुरा हाल हो गया है.
एक तरफ जहां कोरोना के कारण लोगों की नौकरी जा चुकी है वहीं दूसरी तरफ लोग लगातार बढ़ रहे पेट्रोल डीजल की कीमत और सब्जियों के कीमत के कारण काफी ज्यादा आर्थिक तंगी से गुजरने लगे हैं. अब सब्जियों के ढुलाई पर भी 2 से ₹3 की बढ़ोतरी हो चुकी है.उत्तर प्रदेश के मंडी से मिली सूत्रों के अनुसार पहले नासिक से प्याज ₹3000 टन मंगाया जाता था. लेकिन अब वही प्याज मंडी में साडे ₹4000 टन आने लगा है.
इसी तरह शाजापुर से प्याज 2250-2400 रुपये टन था। अब करीब 3700 रुपये टन हो गया है। सब्जी मंडी के अध्यक्ष संजय शुक्ला ने कहा कि पहले बेंगलुरु से टमाटर की दुलाई पर 6 रूपये लगता था लेकिन अब ₹7 प्रति किलो लगने लगा है. अब सब्जियों की कीमत भी लगातार तेजी से बढ़ रहा है.
पिछले साल प्याज की उत्पादन अच्छी हुई जिसके कारण प्याज का कीमत हद से ज्यादा नहीं बड़ा लेकिन इस बार प्याज की कीमत में और ज्यादा उछाल आने की संभावना है. कई जगह तो फुटकर विक्रेता सब्जियों के दाम पर मनमाना कीमत वसूल कर रहे हैं जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
शुक्रवार को सब्जियों के खुदरा भाव-
सब्जी मूल्य
फूल गोभी 60-80
परवल 80
बींस 80
हरी मिर्च 80-100
टमाटर 60-80
बैंगन 60-80
भिंडी 50
करेला 50-60
कुंदरू 40
नेनुआ 40
लौकी 30