हाल ही में नोएडा (Noida) की एक पॉश सोसाइटी में चोरी हो गई. चोर करोड़ों रुपये का सोना, नगदी और दूसरा कीमती सामान ले गए. जिस फ्लैट में चोरी हुई उसमे सिर्फ एक महिला ही रहती है. पति ज्यादातर बाहर ही रहता है. लेकिन करोड़ों की चोरी होने के बाद भी पीड़ित परिवार खामोश रहा. पुलिस थाने में एफआईआर (FIR) भी दर्ज नहीं कराई. लेकिन अब अपनी एक छोटी सी गलती के चलते चोरी करने वाला गैंग पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. करोड़ों रुपये का माल भी बरामद हो गया है. लेकिन एफआईआर दर्ज न होने के चलते इस मामले का खुलासा कैसे करे, पुलिस (Police) इसी उधेड़बुन में लगी हुई है.
चोरी के माल में शामिल है 20 किलो सोने का ऐसे खुला भेद सूत्रों की मानें तो चोरों ने जिस पॉश कालोनी के फ्लैट को निशाना बनाया है वहां 20 किलो से ज्यादा सोना था. लाखों रुपये की नगदी है. वहीं दूसरे कीमती सामान पर भी चोरों ने हाथ साफ किया है. चोरी वाले दिन से लेकर आज तक पीड़ित परिवार खामोश है. पीड़ित महिला का पति खासा रसूखदार बताया जा रहा है. लेकिन महिला के पति ने चोरी की सूचना कुछ सीनियर अफसरों तक पहुंचा दी है.
लेकिन माल के बंटवारे को लेकर चोर आपस में ही भिड़ गए. नौबत मारपीट तक की आ गई. जिसके बाद चोरी की बात कई लोगों के बीच फैल गई. इसी दौरान किसी ने पुलिस को इतला दे दी कि एक बड़ी चोरी के बाद चोर आपस में ही लड़ रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने चोर मंडली के कई लोगों को हिरासत में ले लिया. चोरी का माल भी बरामद करना शुरु कर दिया.
पुलिस चोरी का ज्यादातर माल बरामद कर चुकी है. लेकिन अब पुलिस के सामने परेशानी यह है कि जिस चोरी की एफआईआर दर्ज नहीं है उसके माल को बरामद होना कैसे दिखाएं. थाना स्तर से अब सीनियर अफसरों से सलाह मांगी जा रही है.