कानपुर मेट्रो का कार्य बहुत ही तेजी से किया जा रहा है और उम्मीद है कि अगले साल तक कानपुर के लोगों को मेट्रो की सौगात दे दी जाएगी। अंडर ग्राउंड मेट्रो चैनल की खुदाई के लिए नाना और तात्या नाम की दो मशीनें मंगाई गई है।
नाना नाम की मशीन अंडरग्राउंड खुदाई करेगी। इसके बाद तात्या मशीन टनल (सुरंग) बनाने का काम करेगी। कानपुर मेट्रो परियोजना 23 किलोमीटर लंबी है।
आपको बता दें कि इसको कानपुर आईआईटी से लेकर
नौबस्ता तक को जोड़ने का लक्ष्य बनाया गया है। वहीं अंडरग्राउंड टनल 4 किलोमीटर लंबा होगा।
आपको बता दें कि अंदर ग्राउंड मेट्रो में 7 मेट्रो स्टेशन बनाया जाएगा। चुन्नीगंज से नयागंज तक चार मेट्रो स्टेशन होंगे। जिसके कार्य की शुरुआत सोमवार से हो गई।
आपको बता दें कि अंडर ग्राउंड मेट्रो के निर्माण कार्य में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन कठिनाइयों को दूर करने के लिए विदेशों से टीम बनाई गई है। बता दें कि यह टीम समय-समय पर मॉनिटरिंग करेगी।
टफ टारगेट को पूरा करेगा यूपीएमआरसी
यूपीएमआरसी के कार्यवाहक एमडी सुशील कुमार के मुताबिक कानपुर के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। यूपी मेट्रो सोमवार से अंडरग्राउंड टनलिंग का काम शुरू कर रही है। मेट्रो अंदर ग्राउंड निर्माण करना काफी टफ काम है लेकिन यह सब काम जल्द से जल्द किया जाएगा और उम्मीद है कि साल 2024 तक उत्तर प्रदेश के कानपुर के लोगों को मेट्रो की सौगात दे दी जाए। कानपुर वासियों का इंतजार बहुत ही जल्द खत्म कर दिया जाएगा क्योंकि बहुत ही तेजी से कानपुर मेट्रो का निर्माण कार्य हो रहा है।