देशभर के सभी मंदिरों में श्री कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां पुरी हो चुकी है. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था का भी पुख्ता इंतजाम किया गया है. इस वर्ष 19 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. हालांकि इस दिन मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि में मनाया जाने वाला जन्मोत्सव सबसे खास और भव्य होता है. बता दें, व्रज में सभी धार्मिक मान्यताओं का पालन कर देर रात में महाभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. यहां इस उत्सव में शामिल होने के लिए कृष्ण लला के भक्त देश-विदेश से आते हैं.
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान मथुरा की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि में 19 अगस्त की रात को कान्हा का महाभिषेक किया जाएगा. साथ ही रात को ठीक 12 बजे लाला का जन्म होगा. इस महाभिषेक कार्यक्रम की शुरुआत गणपति और नवग्रह स्थापना पूजन से होगी. करीब ढ़ाई घंटे तक चलने वाले इस जन्म कार्यक्रम की हर छटा के दर्शन भक्तों को भी कराए जाएंगे.
जन्मभूमि पर ये रहेगा जन्मोत्सव कार्यक्रम का शेड्यूल
श्री गणपति एवं नवग्रह स्थापना पूजन आदि- रात्रि 11 बजे से
कमल पुष्प और तुलसीदल से सहस्त्रार्चन- 11:55 बजे तक
प्राकट्य दर्शन हेतु पट बंद- रात्रि 11:59 बजे
प्राकट्य दर्शन और आरती- 12 बजे से 12:5 बजे तक
पयोधर महाभिषेक कामधेनु- 12: 5 से 12: 20 बजे तक
रजत कमल पुष्प में विराजमान ठाकुरजी का जन्म महाभिषेक- 12: 20 से 12: 40 बजे तक
श्रंगार आरती- 12: 40 से 12: 50 बजे तक
शयन आरती- 1 बजकर 25 मिनट से 1 बजकर 30 मिनट तक
संस्थान की ओर से बताया गया कि इस पूरे कार्यक्रम में प्राकट्य उत्सव मनाने के साथ ही श्रीकृष्ण को नव वस्त्र पहनाकर श्रंगार आरती की जाएगी. इसके बाद शयन आरती के बाद दर्शन बंद कर दिए जाएंगे और 20 की सुबह प्रसाद वितरण होगा.