अक्सर लोग कहते हैं कि मन से की गई मेहनत कभी भी बेकार नहीं होती है और कोशिश करने वाले लोगों को हर हाल में सफलता जरूर मिलती है. वैसे कहावत तो ऐसा है कि हर सफल पुरुष के पीछे एक महिला की हाथ होती है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने वाले हैं जिसमें एक सफल महिला के पीछे उसके पति का हाथ है.
जयपुर की मंजुला भालोटिया ने यह कहावत पलट कर रख दी। उनके पति ने उनका इतना साथ दिया कि पत्नी को जज बनाने के लिए खुद की शानदार बैंक जॉब छोड़ दी, बच्चे संभाले और पति एवं पत्नी के इस त्याग का परिणाम ये आया कि पत्नी ने टॉप कर लिया।
वे उत्तर प्रदेश की हायर ज्यूडिशियल सर्विस एग्जाम को टॉप कर गई और पहला नंबर हांसिल किया है। आपको बता दें कि इस बात से राजस्थान से लेकर जयपुर तक दोनों परिवारों में खुशी का माहौल है और मंजुला जयपुर की रहने वाली है उसकी शादी हरियाणा में हुई है और उन्होंने यूपी में टॉप किया है।
मंजुला का कहना है कि उनके सफलता में उनके पति का हाथ है और उनके सफलता में उनके पति ने बखूबी साथ निभाया और कभी भी उनकी हिम्मत नहीं टूटने दी।
जयपुर में जन्मी मंजुला, लंदन में पढ़ाई की, हरियाणा में शादी हुई-
मंजुला भालोटिया जयपुर में जन्मीं। अजमेर में पढाई की। उसके बाद जयपुर से एलएलबी की परीक्षा पास की। लंदन चली गई। यूके से एमबीए किया। उसके बाद विदेशी बैंक में दो साल तक जॉब की । फिर पढ़ाई के दौरान मिले दोस्त हरियाणा के रोहतक निवासी सुमित से शादी रचाई। दो बच्चे हुई। लेकिन अभी भी जीवन अधूरा सा लग रहा था। कुछ बाकि था जो नहीं हो पा रहा था।
मंजुला ने पति की मदद से फिर पढाई शुरु की। उत्तर प्रदेश में ज्यूडिशियल सर्विेसज के बारे में पता चला तो तैयारी शुरु कर दी। बच्चों को संभालना चुनौती बनने लगा तो पढाई छोडने का मना बना लिया। लेकिन पति ने सपोर्ट किया।
उन्होनें पत्नी को जज बनाने के लिए अपनी बैंक की जॉब छोड़ दी। पत्नी मंजुला मोर्चे पर डट गई और पढाई में जुटी रहीं। उसके बाद जब परिणाम आए तो एक साथ तीन स्टेट चौंक गए। दो दिन पहले परिणाम सामने आने पर पता चला कि मंजुला टॉप कर गई हैं। सोशल मीडिया से लेकर घर तक बधाईयों का ताता लगा हुआ है। दीवाली से पहले ही घर में दिवाली मन रही है।