आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उत्तर प्रदेश में कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया. उद्घाटन के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और कई देश के राजदूत के साथ-साथ बौद्ध भिक्षु भी उपस्थित रहे. लोगों का कहना है कि यह एयरपोर्ट पूर्वांचल के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है. इस एयरपोर्ट के निर्माण से उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार से सटे जिलों में भी उद्योग का विकास होगा.
क्यों गेम चेंजर साबित होगा यह एयरपोर्ट-
कुशीनगर बौद्ध भिक्षु के लिए एक पवित्र स्थान है. यहां एयरपोर्ट के निर्माण हो जाने के बाद लाखों की संख्या में बौद्ध भिक्षु पूरे देश से कुशीनगर आ पाएंगे. श्रीलंका, जापान, ताइवान, दक्षिण कोरिया, चीन, थाइलैंड, वियतनाम और सिंगापुर सहित कई देशों के बौद्ध भिक्षु अब आराम से कुशीनगर आ सकते हैं.आपको बता दें कि इससे पर्यटन को काफी ज्यादा बढ़ावा मिलेगा.
बुद्धिस्ट सर्किट की यात्रा कम समय में पूरी होगी-
इस एयरपोर्ट के बनने से अब पर्यटक बहुत ही कम समय में बुद्धिस्ट सर्किट की यात्रा पूरा कर सकेगे.बौद्ध सर्किट के तहत लुंबिनी, बोध गया, सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, राजगीर, संकिसा और वैशाली आते हैं.
इलाके में पर्यटन उद्योग बढ़ने की संभावना-
एयरपोर्ट के निर्माण से अब 20% की बढ़ोतरी होने की संभावना है. ऐसा कहा जा रहा है कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण से इस इलाके में विकास होगा और रोजगार के संख्या में भी इजाफा होगा.
स्थानीय उत्पादों को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय पहचान-
इस एयरपोर्ट के निर्माण से पटेल के साथ-साथ बिहार और आसपास के सटे इलाकों को काफी ज्यादा फायदा होगा. यहां होटल, रेस्टोरेंट, ट्रेवल एजेंसी, गाइड और अन्य सेवाओं की मांग बढ़ेगी. इसके साथ ही साथ यहां के उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय पहचान भी मिलेगा. बिहार के केले को भी अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान मिलना शुरू हो जाएगा.