हमारे भारत में कई ऐसे जगह है जो देखने में काफी अच्छा अमृत लगते हैं और वहां की अलग-अलग परंपरा होती है। आज हम आपको भारत के कैसे गांव के बारे में बताने वाले हैं जहां के चीजों को छूने की इजाजत बाहर के लोगों को नहीं है। इस गांव का नाम है मलाणा गांव।
अगर कोई व्यक्ति गांव की किसी भी चीज को छूता भी है, तो उसे जुर्मान भरना पड़ सकता है। यही नहीं अगर व्यक्ति ने गांव के किसी मकान, दूकान या फिर किसी इंसान को छू लिया तो उनसे हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। आइए जानते हैं इस गांव के बारे में विस्तार से –
वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करने की सख्त मनाही है –
मलाणा में वीडियो बनाना हर तरह से बैन है। आपको बता देते इस गांव में पवित्रता को ध्यान में रखते हुए यहां पर वीडियोग्राफी मना है यहां के लोग सिर्फ फोटो क्लिक करने की इजाजत देते हैं।
लकड़ी नहीं जला सकते –
मलाणा में पेड़ों और झाड़ियों से लकड़ी जलाना एकदम मना है। ऐसा पौधों की सुरक्षा के लिए किया जाता है। इस तरह बाहर वालों को रोकने में मदद मिलती है।
भाषा बोलने के नियम –
आपको बता दें कि यहां पर कनाशी सी भाषा बोली जाती है और यहां के भाषा सिर्फ इस गांव के लोग ही बोलते हैं बाहर के लोगों को यहां की भाषा सीखने और बोलने की अनुमति नहीं दी जाती है।
दुकान के बाहर रखिये रुपए और फिर ले जाइए सामान –
इस गांव में अगर कोई यात्री आता है और उसे दूकान से किसी भी तरह की खरीदारी करनी है, तो वे दूकान के अंदर एंट्री नहीं कर सकते। उन्हें दूकान के बाहर ही रहकर दुकानदार से चीजों के बारे में बताना पड़ेगा और दूकान के बाहर ही पैसे रखने पड़ेंगे। इस तरह दुकानदार दूकान के बाहर रखे पैसों को उठाता है। आपको बता दें कि इस गांव का कानून भी एक अलग है इस गांव में अपना कानून चलता है।