हर साल यूपीएससी की तैयारी लाखों विद्यार्थियों द्वारा किया जाता है लेकिन इसमे वही विद्यार्थी सफल हो पाते हैं जो जी तोड़ मेहनत करते हैं और सही रणनीति से अपनी पढ़ाई जारी रखते हैं. यूपीएससी की तैयारी करने के लिए जी तोड़ मेहनत करना अति आवश्यक होता है और साथ ही साथ अपने पढ़े हुए सब्जेक्ट को रिवीजन करना भी अवश्य करता है.
आज हम आपको बताने वाले हैं दिलीप प्रताप सिंह शेखावत की कहानी जिन्हें खुद पर भरोसा नहीं था कि वह यह परीक्षा पास कर जाएंगे लेकिन वह कठिन मेहनत के बदौलत यह परीक्षा पास करके और आईएएस अफसर बने.
एवरेज स्टूडेंट थे दिलीप शेखावत-
दिलीप शेखावत ने बताया कि मैं बचपन से पढ़ाई में नॉर्मल था और जब मैंने इंजीनियरिंग के एंट्रेंस की परीक्षा दिया तब मेरे अच्छे अंक नहीं आए. इंजीनियरिंग में अचानक नहीं आने के बाद मैंने NIIT ओडिशा से इंजीनियरिंग करना शुरू किया बीच-बीच में मेरा मन होता था कि मैं अपने घर जोधपुर आ जाओ और वहीं किसी छोटे-मोटे कॉलेज से पढ़ लो लेकिन जैसे तैसे मैंने अपनी पढ़ाई पूरी की उसके बाद मेरी नौकरी भी लग गई.
उन्होंने बताया कि मुझे अपने दोस्तों से पता चला कि आईएएस आईपीएस बनकर देश की सेवा किया जा सकता है तब मैंने सोचा कि मुझे भी इस परीक्षा की तैयारी करनी है लेकिन मेरा बैकग्राउंड काफी अच्छा नहीं था इसलिए मुझे इस परीक्षा की तैयारी करने के लिए अपने फैमिली की मंजूरी की आवश्यकता थी.
दिल्ली में की आगे की तैयारी:
दिलीप अपने परिवार की राजद के बाद दिल्ली तैयारी करने चले गए और दिल्ली पहुंच कर उन्होंने देखा कि वहां काफी ज्यादा भीड़ थी कई बच्चे आईएस की किताबें खरीद रहे थे. इतनी भीड़ देखकर वह काफी ज्यादा डर गए उन्हें लगा कि वह कभी भी यूपीएससी जैसी परीक्षा में चयन नहीं हो पाएंगे लेकिन उन्होंने सोचा कि मुझे कोशिश करनी चाहिए. पहले प्रयास मे उनका चयन नहीं हो पाया लेकिन उनके परिवार ने उनका हिम्मत बढ़ाया और कहा कि तुझे फिर कोशिश करनी चाहिए यह तेरा पहला प्रयास था.
तीसरे प्रयास मे बने IAS –
दूसरी बार जब उन्होंने परीक्षा दिया तब उनका चयन नहीं हुआ उस समय वह इंटरव्यू तक गए तब उनका पूरा परिवार उनकी असफलता पर रोने लगा वह भी साथ-साथ रोने लगे तब उनकी मम्मी ने हिम्मत बढ़ाया कि तुझे एक और प्रयास करने चाहिए इतना दूर निकल गया है तो बस एक कदम ही बाकी है. उन्होंने फिर कोशिश किया और इस बार उन्हें सफलता हाथ लगी. UPSC CSE-2018 में मेरी 72 रैंक आई और मेरा चयन IAS में हो गया.