उत्तर प्रदेश में जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है तब से केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा यूपी के विकास के लिए कई तरह के कार्य किए जा रहे हैं। यूपी की कनेक्टिविटी अन्य राज्यों से बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार लगातार प्रयत्न कर रही है और अब इसी प्रयास में में वाराणसी शहर के विकास का भी बड़ा सरकार ने उठा लिया है।
वाराणसी में मजबूत कनेक्टिविटी के लिए शहर की सड़कों का चौड़ा करने की कवायद अब शुरू कर दी गई है। मोहनसराय से बौलिया और चांदपुर से अकेलवा मार्ग को उसके प्रस्तावित स्वरूप में लाने के लिए जमीनों का चिन्हांकन कर दिया गया है। 15 सितंबर से अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू होगी और इसके बाद सड़कों का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि मोहनसराय से बौलिया और चांदपुर से अकेलवा मार्ग के चौड़ीकरण के लिए जमीनें चिह्नित की गई है। 15 सितंबर से सड़कों के लिए चिह्नित जमीनों के अतिक्रमण हटाए जाएंगे।
दरअसल, शहर की शिलान्यास हो चुकीं चार प्रमुख सड़कों के लिए जमीनों का चिन्हांकन कर लिया गया है और दोनों किनारों पर निशान भी लगा दिए गए हैं। इसमें तहसील की टीमों ने जमीनों का सत्यापन कर सरकारी जमीन को कब्जे में लेने के लिए नोटिस भी जारी कर दिया है। वाराणसी शहर में प्रवेश का मुख्य मार्ग बौलिया से मोहनसराय के बीच 10 किमी की सड़क का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा।
बौलिया से मोहनसराय तक सिक्सलेन
पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल ने बताया कि बॉन्ड पहले ही बन चुका है और जल्द ही निर्माण शुरू कराया जाएगा। बौलिया से मोहनसराय तक सिक्सलेन होगा। इसमें बौलिया से कैंट रेलवे स्टेशन तक की सड़क फोरलेन होगी। इस पर 412 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कुछ जगहों पर खंभे हटवाए गए थे। कुछ जगहों से पेड़ भी हटाए गए हैं।
इंडस्ट्रीयल एरिया में उद्योग और कारोबार को होगा लाभ
मोहनसराय से लहरतारा सिक्सलेन और चांदपुर से अकेलवा रिंग रोड तक फोरलेन सड़क निर्माण शुरू कराने का प्लान तैयार हो चुका है। इन परियोजनाओं के लिए शासन ने 100 करोड़ रुपये भी आवंटित कर दिया है।