मौसम विभाग (Meteorological department) के पिछले अनुमान के मुताबिक 11 या 12 जून को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में मानसून (Monsoon) की दस्तक होनी थी लेकिन इसमें थोड़ा विलंब हो गया है. शुक्रवार को हुए ताजा अध्ययन के मुताबिक प्रदेश में मानसून की दस्तक अगले 48 घंटे में हो सकती है. यानी सोमवार की रात या मंगलवार की सुबह पहली मानसूनी बारिश पूर्वांचल के जिलों में होने की संभावना जताई जा रही है.
लखनऊ स्थित मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि अभी तक के अध्ययन के मुताबिक मॉनसून उड़ीसा और बंगाल पहुंच गया है. इसके बाद झारखंड और बिहार को पार करने के बाद यूपी में मानसून की आमद होगी. इस बात की भी संभावना है कि बिहार और उत्तर प्रदेश में मानसून की आमद साथ-साथ हो जाए. यह इस बात पर निर्भर करेगा कि मॉनसून का बना सिस्टम कितना कमजोर या मजबूत है.इसी हफ्ते की शुरुआत में मौसम विभाग ने अनुमान जताया था कि 11 या 12 जून को प्रदेश में मानसून का आगमन हो जाएगा. हालांकि अब इसमें लगभग 2 दिनों का विलंब हो गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि 14 जून को प्रदेश में मानसून का प्रवेश हो सकता है
सबसे पहले बिहार से सटे जिलों में पड़ेगा असर
मानसून के आगमन के साथ ही इसका असर सबसे पहले बिहार से सटे पूर्वांचल के जिलों में देखने को मिलेगा. सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, मऊ, बलिया और मिर्जापुर में मानसून की पहली बारिश होगी. इसके साथ ही मानसूनी सिस्टम धीरे-धीरे आगे बढ़ता जाएगा. अवध क्षेत्र, तराई, रुहेलखंड, ब्रज और फिर पश्चिमी यूपी में मानसूनी बारिश होगी.
बिहार के मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले 24 घंटे के भीतर बिहार के अररिया और पूर्णिया जिले में मानसून का प्रवेश हो सकता है. इस हिसाब से देखें तो इसके कम से कम 24 घंटे बाद ही यूपी में मानसून के प्रवेश की कोई संभावना बनेगी. यानी अगले 1 से 2 दिनों तक प्रदेश में होने वाली मानसूनी बारिश के लिए इंतजार करना पड़ेगा.
कुछ जिलों में प्री-मॉनसून बारिश संभव
इस दौरान प्रदेश के कुछ जिलों में प्री मानसूनी बारिश हो सकती है. तापमान में बहुत बढ़ोतरी की संभावना तो नहीं है लेकिन प्रदेश के ज्यादातर जिलों में उमस से परेशानी बढ़ सकती है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के सैटेलाइट इमेज से इस बात की जानकारी मिल रही है कि बिहार से सटे जिलों से लेकर लखनऊ और इसके आसपास तक के जिलों में हल्के बादल छाए हुए हैं. पश्चिमी यूपी, रुहेलखंड और ब्रज क्षेत्र के जिलों में मौसम फिलहाल खुला है. बुंदेलखंड के झांसी और बांदा में तापमान प्रदेश के दूसरे जिलों के मुकाबले हर रोज ज्यादा ही दर्ज किया जा रहा है. आंशिक बादल छाए होने से सूरज की तपिश में से थोड़ी राहत मिलने की संभावना है.