राजू श्रीवास्तव के निधन से पूरा कानपुर और उत्तर प्रदेश के लोगों की आंखें नम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा भी राजू श्रीवास्तव को श्रद्धांजलि दी गई।
राजू श्रीवास्तव के निधन की खबर सुनते ही उनके किदवईनगर स्थित आवास के बाहर प्रशंसकों की भीड़ उमड़ पड़ी। राजू के खोने का दर्द हर किसी के चेहरे पर साफ नजर आ रहा था। मोहल्ले वालों और प्रशंसकों की आंखों में आंसू छलक रहे थे। लोगों को उम्मीद था कि राजू श्रीवास्तव का अंतिम दर्शन करने का भी उन्हें मौका मिलेगा लेकिन उनके पीए गर्वित नारंग ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार दिल्ली नहीं होगा। राजू श्रीवास्तव के कुछ प्रशंसक शाम को ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।
राजू के मुख्य सलाहाकार अजीत सक्सेना ने बताया कि राजू भाई के निधन से पूरा शहर दुखी है। राजू के छोटे भाई काजू श्रीवास्तव करीब 12 बजे घर के बाहर निकले और इस बात की पुष्टि की कि अंतिम संस्कार दिल्ली में ही कराया जाएगा। करीब पौने दो बजे वह भी परिवार व बहन सुधा के साथ दिल्ली के लिए कार से रवाना हो गए।
बड़े-छोटे में नहीं करते थे मतभेद
राजू श्रीवास्तव जमीन से जुड़े व्यक्ति थे। उनकी बातचीत व स्वभाव ऐसा था कि हर कोई उनका दिवाना हो जाता था। उन्होंने कभी छोटे-बड़े में फर्क नहीं किया। राजू के पीए गर्वित नारंग ने बताया कि उनकी मुलाकात 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान हुई थी। उनके चुनाव में हम लोग साथ खड़े थे, तब से लगातार उनसे जुड़ा हूं।
2018 में अपना निजी सचिव बना लिया। जब भी बाहर जाते और जिस होटल में ठहरते, वहीं पर उन्हें भी रुकवाते थे। मुख्य सलाहकार अजीत सक्सेना ने बताया कि राजू भाई ने उन्हें हमेशा बराबरी का दर्जा दिया।