पेट्रोल और डीजल कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही.पेट्रोल डीजल की लगातार बढ़ी कीमत के बाद टमाटर और प्याज की भी कीमत में बढ़ोतरी होने लगी. कई शहरों में टमाटर कीमत रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. केंद्र सरकार का कहना है कि सब्जियों की कीमत पिछले साल से इस साल काम है.
25 अक्टूबर को बुलाई गई राज्यों की बैठक- केंद्र सरकार ने लगातार बढ़ रहे खाद्य पदार्थों की कीमत को लेकर आज एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में खाद्य तेलों पर स्टॉक सीमा तय करने के फैसले के क्रियान्वयन की समीक्षा होगी. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से कहा है कि वह स्टॉक सीमा निश्चित करें और कोई सख्त कदम उठाए.
केंद्र ने किया ये दावा-
केंद्र सरकार का कहना है कि सरकार द्वारा उठाए गए जरूरी कदमों के कारण खाद्य पदार्थों की कीमतें स्थिर बनी हुई है. सरकार का कहना है कि हम प्याज उपलब्ध करा रहे हैं इसलिए प्याज की कीमतें अब ज्यादा नहीं बढ़ेगी.
खाद्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले साल 1 अक्टूबर को खुदरा प्याज की कीमत ₹55 किलो थी.लेकिन इस साल 21 अक्टूबर को कुदरत प्याज की कीमत ₹41 किलो थी. सरकार ने कहा है कि अगले साल नया प्याज आने से प्याज़ की कीमतों में काफी ज्यादा कमी हो जाएगी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने कई तरह के टैक्स खाद्य पदार्थों पर खत्म कर दिए हैं.केंद्र सरकार ने दावा किया है कि आने वाले समय में खाद्य पदार्थों के साथ सरसों तेल और सोयाबीन ऑयल जैसे वस्तुओं की भी कीमत कम होगी.
एक तरफ जहां केंद्र सरकार का दावा है कि खाद्य पदार्थों की कीमत पिछले साल के मुकाबले कम है वहीं दूसरी तरफ महंगाई के कारण लोगों का बजट खराब हो रहा है और लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.