भारतीय रेलवे के द्वारा रेल यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के लिए हमेशा प्रयत्न किया जाता है। यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी हो साथी साथ यात्रा आसान हो इसके लिए भारतीय रेलवे हमेशा प्रयत्न करता रहता है। स्टेशनों पर चोरी,पॉकेट मारी और जहरखुरानी जैसी समस्याओं पर अब रेलवे के द्वारा अंकुश लगाया जाएगा।
अगर कोई चोरी करता है या फिर पॉकेट मारी या जहरखुरानी जैसे कोई काम करता है तो वह सुरक्षाबलों के हाथों आसानी से चढ़ जाएगा क्योंकि अब सभी
सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के उद्देश्य से रेलवे स्टेशनों पर वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) लगाए जाएंगे।
पूर्वोत्तर रेलवे के 22 स्टेशनों पर सिस्टम लगाने की योजना है।
एकीकृत सुरक्षा प्रणाली के तहत गोरखपुर, लखनऊ और छपरा जंक्शन के अलावा 11 स्टेशनों पर यह सिस्टम पहले से ही कार्य कर रहा है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार वीडियो सर्विलांस सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इनेबल वीडियो एनालिटिक्स सॉफ्टवेयर और फेसियल रिकॉगनिशन सॉफ्टवेयर काम करता है, जिससे जाने-पहचाने अपराधियों का स्टेशन परिसर में आने पर, उनका पता लगाने तथा उसका अलर्ट जारी करने में मदद मिलती है।
गोरखपुर, छपरा और लखनऊ के अलावा 11 रेलवे स्टेशनों पर पहले से ही कार्य कर रहा सिस्टम
इज्जतनगर मंडल के 11, लखनऊ मंडल के 09 और वाराणसी मंडल के 13 स्टेशन शामिल हैं। लखनऊ मण्डल के 03, इज्जतनगर मंडल के 02 एवं वाराणसी मण्डल के 06 सहित कुल 11 स्टेशनों पर पहले से ही यह सिस्टम कार्य कर रहा है।
इन स्टेशनों पर लगेंगे वीडियो सर्विलांस सिस्टम
बरेली सिटी, फर्रूखाबाद, फतेहगढ़, हल्द्वानी, कन्नौज, कासगंज, लालकुआं, पीलीभीत, रूद्रपुर सिटी, ऐशबाग, बादशाहनगर, कानपुर अनवरगंज, लखीमपुर, मनकापुर, सीतापुर, भटनी, गाजीपुर सिटी, खोरासन रोड, मैरवा, बनारस, सलेमपुर और सुरेमनपुर।
इन स्टेशनों पर कार्य कर रहा वीडिया सर्विलांस सिस्टम
काठगोदाम, रुद्रपुर सिटी, बस्ती, खलीलाबाद, गोंडा, आजमगढ़, बलिया, बेलथरा रोड, देवरिया सदर, मऊ और सिवान।