प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हावड़ा से वाराणसी तक बुलेट ट्रेन चलाए जाने के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है।

आपको बता दें कि बिहार के कई जिलों से होकर बुलेट ट्रेन गुजरेगी और साथ ही साथ झारखंड के भी अनेक जिलों से बुलेट ट्रेन गुजरेगी। बुलेट ट्रेन चलने से सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि बिहार और झारखंड के लोगों को भी काफी फायदा होने वाला है।

वाराणसी-हावड़ा के लिए चलेगी हाईस्पीड रेल-

माना जा रहा है कि वाराणसी-हावड़ा के लिए जो हाईस्पीड रेल चलाई जाएगी, उसकी स्पीड 260 किमी प्रति घंटे की होगी। बुलेट ट्रेन के माध्यम से महज 5 घंटे में वाराणसी से हावड़ा का दूरी तय कर लिया जाएगा।

झारखंड में इसके लिए कोडरमा, हजारीबाग, गिरीडीह, धनबाद के रास्ते हावड़ा का रूट होगा।साथ ही इससे पहले यह बिहार के सासाराम और गया होता हुए भी गुजरेगी।

बुलेट ट्रेन के लिए उच्चस्तरीय बैठक-

आपको बता दें कि बोले ट्रेन चलाने के लिए फरवरी के महीने में ही रेल मंत्रालय के तरफ से पत्र आ गया था। अभी कुछ समय पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट करके जानकारी दिया कि भारत के 7 रूटों पर बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी और इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गई है।

साल 2030 तक बुलेट ट्रेन का संचालन शुरू –

रेल मंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण बुलेट ट्रेन का काम बीच में रोक दिया गया था लेकिन अब कोरोनावायरस खत्म हो गया है इसलिए बुलेट ट्रेन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि साल 2030 तक वाराणसी से हावड़ा तक बुलेट ट्रेन चलाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। बुलेट ट्रेन चलाने के लिए पूरी तरह से एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा।