भारत कृषि प्रधान देश माना जाता है. भारत के अधिकतर जनसंख्या कृषि के ऊपर निर्भर है और यहां कृषक लोगों की संख्या अधिक देखने को मिलती है. खाद के बिना खेती करना बिल्कुल भी संभव नहीं है.

देश में जमकर रसायनिक खादों का उपयोग किया जा रहा है. लेकिन क्या आपको पता है कि रासायनिक खादों के उपयोग से बीमारियां बहुत ज्यादा फैल रही है.ऐसे में खाद के बिकल्प के तौर पर वर्मीकम्पोस्ट की खाद तैयार की जा रही है.

वर्मी कंपोस्ट खाद में कई तरह के तत्व पाए जाते हैं. इन तत्वों की वजह से किसान के खेतों में मिट्टी की गुणवत्ता कम नहीं होती. जो किसान वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग अपने खेतों में करते हैं उनका उपज अधिक दामों में बिकता है.

आज हम वर्मीकम्पोस्ट तैयार कर लोग लाखों रूपये कमा सकते हैं. आज हम आपको बताने वाले हैं कि कैसे आप भी वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग करके अधिक पैसे कमा सकते हैं.

ऐस तैयार होती वर्मीकम्पोस्ट

बता दें कि वर्मीकंपोस्ट खाद गोबर से तैयार की जाती है. के लिए गोबर में केंचुआ पाला जाता है. यह सभी केंचुए गोबर को खाते हैं और वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करते हैं. वर्मीकंपोस्ट खाद के तैयार होने में 20 से 25 दिन का समय लगता है.

बता दें कि सबसे पहले मवेशियों के गोबर को घर से बाहर रखा जाता है. जब गोबर पुराना हो जाता है तो उसे एक टैंक में डाल दिया जाता है और उसमें केंचुआ डाल दिया जाता है. केंचुआ इस गोबर को खाकर वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार कर देते हैं.

वर्मीकम्पोस्ट खाद में पाये जाने वाले तत्वों की करें तो उसमें इसमें 2-3 फीसदी नाइट्रोजन, 1.5 से 2 फीसदी सल्फर, और 1.5 से 2 फीसदी पोटाश पाया जाता है। इसीलिए केचुआ को किसानों का मित्र कहा जाता है. आज के समय में इस तरह के खाद की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई है. आप अपने घर पर ही वर्मी कंपोस्ट खाद बनाकर लाखों रुपए की कमाई कर सकते हैं.

लोगों को सेहत की दृष्टि से इस तरह का खाद सही लगता है और इसमें किसी भी तरह के केमिकल नहीं होता है. केमिकल नहीं होने के कारण लोग वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करना सही समझते हैं. आज के समय में इस तरह के खाद की मांग बढ़ती जा रही है. यह खाद बनाने में आपको किसी भी तरह का खर्च नहीं आएगा. सबसे बड़ी बात तो यह है कि आप बिना खर्च अच्छी कमाई कर सकते हैं.