हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थी चाहते हैं कि वह आईएएस अफसर बने लेकिन यह सपना बहुत ही कम लोगों का पूरा होता है. यूपीएससी की परीक्षा देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में एक मानी जाती है और हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थियों परीक्षा देते हैं. लेकिन इस परीक्षा में सफल तक बहुत ही कम लोगों को मिलती है.

यूपीएससी की परीक्षा एक ऐसी परीक्षा है जिसमें पास होने की इच्छा लगभग सारे विद्यार्थियों को होती. कई ऐसे अभ्यर्थी होते हैं जो चाहते हैं कि वह हाईस्कूल या फिर कॉलेज के बाद आईएएस अफसर बनने की तैयारी शुरू कर दें लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह यह तैयारी नहीं कर पाते.

आज हम आपको वरुणा अग्रवाल की कहानी बताने वाले हैं. वरुण अग्रवाल ने साल 2020 में ऑल इंडिया रैंक में तीसरा स्थान हासिल किया और आईएएस अफसर बन गई. वरुणा ने हाई स्कूल के दौरान ही सोच लिया था कि उन्हें आईएएस अफसर बनना है और वह ग्रेजुएशन बाद इसके के लिए तैयारी शुरू कर दी. उन्होंने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की लेकिन उन्होंने खुद को हमेशा मोटिवेट रखा.

ऐसा रहा शुरुआती सफर

वरुणा ने अपना बेस मजबूत करने के लिए ग्रेजुएशन के बाद तैयारी शुरू कर दी. लेकिन दो बार उन्हें और सफलता का सामना करना. तीसरे प्रयास में उन्हें सफलता मिली. वरुण अग्रवाल का कहना है कि उन्हें आईएएस अफसर बनने में लगभग 10 साल का टाइम लग गया.

ऐसे रखें खुद को मोटिवेट

वरुण अग्रवाल का कहना है कि आप आईएएस की तैयारी के दौरान खुद को मोटिवेट रखें. कभी दूसरों की बात सुनकर यह न सोचे कि आप कोई काम नहीं कर सकते हैं. आगे बढ़ने का लगातार प्रयास करें तभी आप सफल हो पाएंगे. सफलता के लिए जरूरी है कि आप कड़ी मेहनत करें और एक सही मार्गदर्शन चुने. सही मार्गदर्शन चुनने पर ही आपको सफलता मिल पाएगी.