कोविन पोर्टल की दिक्कतें खत्म नहीं हो रही हैं। दूसरी डोज लगवाने आ रहे लाभार्थियों को पहली डोज कब लगी, पोर्टल पर यह जानकारी ही नहीं मिल रही। पोर्टल का धीरे चलना व अचानक बंद होना तो आम बात है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर के मुताबिक पोर्टल को लेकर कई तरह की तकनीकी समस्याएं हैं। कई बार यह शिकायत आई कि दूसरी डोज लगवाने आने वाले लाभार्थियों के पास कार्ड तो है, मगर पोर्टल पर पहली डोज की जानकारी नहीं है। पोर्टल पर इस अधूरी जानकारी के कारण वैक्सीनेटर भी वैक्सीन लगाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं। कई लाभार्थियों को मना किया गया है। इस समस्या से निपटने के लिए केंद्रीय टीम को इसकी जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि नई सुविधा जोड़ी गई कि अगर किसी की पहली डोज की डिटेल अपडेट नहीं है तो दूसरी डोज लगाते समय पूरी जानकारी अपडेट कर दी जाए। लाभार्थी के कार्ड पर पहली डोज की इंट्री होगी तो उसके आधार पर जानकारी अपडेट की जा सकती है।
बीमार-बुजुर्ग व छूटे हुए लोगों को लगाई गई कोविड वैक्सीन
राजधानी में शनिवार को भी बीमार-बुजुर्ग व छूटे हुए लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई। सुबह से ही बूथों पर लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि वैक्सीन की वेटिंग खत्म करने के लिए शनिवार को भी टीकाकरण कराया गया।
टीकाकरण के लिए 17 निजी और नौ सरकारी अस्पतालों में केंद्र बनाए गए थे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बताया जिले में 3294 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। इसमें 1772 पुरुष व 1522 महिलाएं रही। वैक्सीन लगवाने में सबसे अधिक संख्या बुजुर्गों की रही। 187 छूटे हेल्थ वर्कर ने वैक्सीन की पहली डोज ली। 422 हेल्थ वर्कर ने वैक्सीन की दूसरी खुराक ली। 343 बीमार लोगों ने वैक्सीन लगवाई। 2250 बुजुर्गों ने वैक्सीन लगवाई। 90 फ्रंटलाइन वर्कर ने वैक्सीन लगवाई।