आवास विकास परिषद से समूह में फ्लैट खरीदने वाली संस्थाओं व विभागों को कीमत में 25 फीसदी तक छूट मिल सकती है। लखनऊ समेत कई शहरों में सात साल से करीब नौ हजार फ्लैट खाली हैं। बुधवार को आवास विकास बोर्ड की बैठक में मंजूरी के लिए इस बाबत प्रस्ताव लाया जा सकता है।
गौरतलब है कि परिषद खाली फ्लैटों को बेचने के लिए अलग-अलग योजनाओं में एकमुश्त भुगतान पर 10 से लेकर 15 प्रतिशत तक की छूट कीमत पर दे रही है। इसके बावजूद फ्लैट बिक नहीं रहे हैं। इसलिए परिषद एक साथ बड़ी संख्या में फ्लैट खरीदने वाली संस्थाओं व विभागों को 25 फीसदी तक छूट देने की तैयारी कर रही है। यह तैयारी पावर कॉर्पोरेशन द्वारा एक साथ 80 फ्लैट खरीदने के प्रस्ताव दिए जाने के बाद शुरू हुई है।
40 लाख से एक करोड़ कीमत तक एक फ्लैट की कीमत
लखनऊ में आवास विकास परिषद की अवध विहार व वृंदावन योजना में ही लगभग 2500 फ्लैट खाली हैं। इनमें टू बीएचके से लेकर पेंट हाउस तक शामिल हैं। इनकी कीमत 40 लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक है।
बोर्ड में ये प्रस्ताव भी लाए जाएंगे
-वित्तीय वर्ष 2021-2022 में अवस्थापना विकास कोष में 50 करोड़ का अंशदान
-कोरोना को देखते हुए संपत्तियों की किस्तों पर ब्याज में एकरूपता
-आवास विकास कालोनी छिबरामऊ का नाम अटल नगर करना
-सेवानिवृत्त कर्मियों को देय पेंशनरी लाभ के संबंध में जारी शासनादेश को अंगीकृत करना
-अवध विहार योजना लखनऊ, लोहरामऊ योजना सुल्तानपुर, कोटद्वार योजना नजीबाबाद, सिविल लाइंस योजना बदायूं, भूमि विकास योजना झांसी, सूतमिल योजना इटावा व फैजाबाद मार्ग भूमि विकास योजना गोंडा में खोले गए भवन-भूखंडों के पंजीकरण में संशोधन।
बोर्ड में ये प्रस्ताव भी लाए जाएंगे