यूजर चार्ज जमा करने के बाद भी उसकी रसीद न दिए जाने और यूजर चार्ज वसूल किए जाने के बाद उसे सरकारी खाते में जमा करने में धांधली के कई मामले सामने आ चुके हैं।
इसके बाद अब यूजर चार्ज जमा करने की व्यवस्था को स्मार्ट सिटी के कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जा रहा है। ऐसे में यूजर चार्ज में फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा।
शहर में करीब छह लाख घर हैं और अभी दो लाख से अधिक तक ही नियमित रूप से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन हो पा रहा है।
इकोग्रीन एनर्जी शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का काम करती है। चार महीने में धांधली के दो मामले सामने आए।
एक मामले में इकोग्रीन एनर्जी के कर्मचारी और दूसरे मामले में यूजर चार्ज वसूली के काम में लगाई गई थर्ड पार्टी एजेंसी के कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर हुई।
अब निगम प्रशासन स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनाए गए कमांड कंट्रोल सेंटर से इसकी निगरानी शुरू करने जा रहा है।
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन सिस्टम की निगरानी भी कमांड कंट्रोल सेंटर से की जा सकेगी। इसे लेकर एक निजी कंपनी को सॉफ्टवेयर तैैयार करने का काम दिया गया था।
अब निजी कंपनी सॉफ्टेवयर को कमांड कंट्रोल सेंटर के मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर से जोड़ने जा रही है। इसमें भवन स्वामी को स्मार्ट सिटी लखनऊ 311 एप के जरिए यूजर चार्ज जमा करने की सुविधा भी दी जाएगी।