सिविल अस्पताल में एक प्राइवेट डॉक्टर महीनों से मरीजों के ऑपरेशन कर रहा था। मामला उजागर होने के बाद अस्पताल से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक खलबली मची हुई है। आनन-फानन अस्पताल प्रबंधन ने मामले की जांच के लिए समिति गठित कर दी है।
सिविल में निजी अस्पताल का एक डॉक्टर महीनों से मरीजों का ऑपरेशन कर हजारों रुपये का खेल कर रहा था। सोमवार को भी वह डॉक्टर सिविल अस्पताल की ओटी में आयुष्मान कार्ड धारक झारखंड निवासी एक मरीज का ऑपरेशन करने पहुंच गया। डॉक्टर ने मरीज का हिप रिप्लेसमेंट किया। इसकी जानकारी जब अस्पताल प्रबंधन को हुई तो हड़कंप मच गया। अस्पताल ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। आरोपी डॉक्टर सिविल अस्पताल में ही सीनियर रेजिडेंट पद पर तैनात था। कोरोना काल में कोविड-19 ड्यूटी लगने के बाद उसने इस्तीफा दे दिया था।
तबसे वह निजी प्रैक्टिस करता है। बताया गया है कि सिविल अस्पताल के पास ही उसकी क्लीनिक भी है, जहां आने वाले मरीजों को ऑपरेशन के लिए वह सिविल अस्पताल ले जाया करता था। सबसे अहम यह है कि यह डॉक्टर पिछले कई माह से मरीजों के ऑपरेशन अस्पताल में आकर करता रहा, लेकिन अस्पताल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसके नंदा का कहना है कि पूरे मामले की दो दिनों में रिपोर्ट मांगी गई है। अगर आरोप सही पाए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।