अमेठी। सरकारी सुविधा पाने व बैंक में अपनी जमा राशि निकालने से लेकर लगभग सभी कार्यों के लिए अब आधार कार्ड जरूरी हो गया है। बावजूद इसके ब्लॉक में एक भी आधार निर्माण व संशोधन केंद्र नहीं होने से लोगों को आधार कार्ड बनवाने या करेक्शन के लिए दूसरे ब्लॉकों में स्थित आधार निर्माण केंद्र का चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
स्थानीय ब्लॉक में कुल 54 ग्राम पंचायतें हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत में मनरेगा समेत तमाम सरकारी योजनाएं संचालित हो रही हैं। इन योजनाओं का लाभ पाने के लिए आधार कार्ड आवश्यक है। इससे पूर्व जन सेवा केंद्रों पर आधार बनाए जाने की सुविधा थी।
कई माह पहले सरकार के कड़े फरमान के बाद जन सुविधा केंद्रों पर आधार निर्माण व संशोधन बंद कर दिया गया। लोगों को असुविधा नहीं हो इसके लिए कस्बा स्थित डाकघर में आधार बनाने की शुरुआत की गई। शुरुआत में आधार कार्ड निर्माण के लिए दो दिन निर्धारित किया गया था।
हालांकि छह माह पूर्व ऑपरेटर की कमी बताकर इसे काउंटर को बंद कर दिया गया। अब आलम यह है कि लोग कार्ड बनवाने के लिए दूसरे ब्लॉकों या फिर तहसील मुख्यालय पर स्थित केंद्रों का चक्कर लगाने को विवश हैं।
लोगों की ओर से इस संबंध में लगातार शिकायत करने के बावजूद अफसर इस समस्या का निदान कराने की जहमत नहीं उठा रहे। ग्रामीणों ने कस्बे के साथ ही प्रत्येक न्याय पंचायत में दो आधार केंद्र खोलवाने की मांग की है।