भाजपा के राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने सोमवार को बसपा प्रमुख मायावती के धर्मांतरण कानून पर जल्दबाजी करने के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि दलित बेटियों की प्रताड़ना के मामले में उन्हें तुष्टीकरण शोभा नहीं देता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की सियासत ने उन्हें संवेदनहीन बना दिया है। सच्चाई है कि लव जिहाद व अनुचित धर्मांतरण का सबसे बड़ा शिकार दलित वर्ग ही है।
दलित व पिछड़ी जातियों से आने वाली बेटियां सबसे ज्यादा निशाने पर हैं। इसके बावजूद वे इनके हक की बात नहीं कर रही हैं? उन्होंने मायावती से सवाल किया कि बताएं वे किसके साथ हैं?
धर्म परिवर्तन अध्यादेश पर पुनर्विचार करे सरकार: मायावती
आपको बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने धर्म परिवर्तन से जुड़े अध्यादेश पर पुनर्विचार की मांग की है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा है कि लव जिहाद को लेकर यूपी सरकार द्वारा आपाधापी में लाया गया धर्म परिवर्तन अध्यादेश अनेक आशंकाओं से भरा है।
देश में कहीं भी जबरन व छल से धर्मान्तरण को न तो खास मान्यता है न ही स्वीकार्यता। इस संबंध में कई कानून पहले से ही प्रभावी हैं। उन्होंने सरकार से इस अध्यादेश पर पुनर्विचार की मांग की है।
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धर्म परिवर्तन अध्यादेश पर पुनर्विचार करे सरकार: मायावती