राजधानी में बृहस्पतिवार को विधानसभा अध्यक्ष, चिकित्सा शिक्षा मंत्री व कई वीवीआईपी सहित कुल 15,607 लोगों ने कोरोना की वैक्सीन लगवाई। टीका लगवाने वालों में बीमार व बुजुर्ग सबसे आगे रहे। शहर के 93 केंद्रों पर सुबह 9 बजे से टीकाकरण शुरू हुआ। इसमें सरकारी संस्थानों के 70 केंद्रों के साथ 55 निजी केंद्रों पर टीका लगा।
केजीएमयू में सुबह करीब 11 बजे चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने वैक्सीन की पहली डोज ली। उधर, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने दोपहर करीब साढ़े तीन बजे सिविल अस्पताल में पहली डोज ली। आईपीएस विजय भूषण ने जियामऊ यूपीएचसी पर वैक्सीन की दूसरी डोज ली। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बताया कि सरकारी केंद्रों पर 13628 व निजी केंद्रों पर 1979 को वैक्सीन लगी। इसमें 881 छूटे हेल्थ वर्करों ने पहली व 579 ने दूसरी डोज ली। 1759 बीमार व 4973 बुजुर्गों ने टीका लगवाया। इसी तरह 1088 फ्रंट लाइन वर्कर ने पहली व 6327 लोगों ने दूसरी डोज ली।
सुरेश खन्ना ने कहा कि स्वदेशी कोविड वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि स्वदेशी कोविड वैक्सीन के सम्बंध में किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचें। उन्होंने सभी से अपील की है कि सभी लोग नि:संकोच यह वैक्सीन लगवाएं और कोरोना मुक्त समाज बनाने में सहभागी बनें।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्य सचिव ने संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से प्रदेश में आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशन पर एंटीजन जांच के निर्देश दिए हैं। जिनमें संक्रमण के लक्षण मिलेंगे, उनकी आरटीपीसीआर जांच होगी। होली में वापस प्रदेश आने वाले यात्रियों की संख्या को देखते हुए 24 घंटे एंटीजन के साथ आरटीपीसीआर जांच के भी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य सचिव आरके तिवारी ने जिलों को निर्देश जारी किए हैं कि प्रत्येक रेलवे स्टेशन पर सघन जांच की जाए। लक्षण मिलने पर कांटैक्ट ट्रेसिंग की जाए। रेलवे की मदद से यात्रियों की सूची लेकर सर्विलांस भी कराया जाए। जहां लंबी दूरी व अन्य प्रदेशों से आने वाली ट्रेनें रुकती हों, वहां 24 घंटे जांच हो। दस्तक अभियान में घर-घर भ्रमण कर रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स से बाहर से आने वालों की जानकारी एकत्र की जाए।
जहां सर्दी, जुखाम, बुखार के केस मिल रहे हैं उनकी रोजाना जानकारी ली जाए। प्रभावित राज्यों से आने वालों की लाइन लिस्टिंग के लिए पुलिस व राजस्व कर्मियों की मदद भी ली जाएगी। भीड़-भाड़ वाले स्थानों, शिक्षण संस्थानों में जांच के लिए जारी कैलेंडर के अनुसार अभियान चलाया जाए। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को सीएमओ के इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर में कोरोना बचाव, रोकथाम व टीकाकरण की रोजाना समीक्षा करने के लिए कहा गया है।