उत्तर प्रदेश में नए साल की एक जनवरी से वाहनों की प्रदूषण जांच महंगी हो जाएगी। परिवहन विभाग ने शनिवार को वाहनों के प्रदूषण जांच के नए रेट जारी कर दिए हैं। इस जांच रेट में दोगुने तक की बढ़ोतरी की गई है। इससे प्रदेश के करीब तीन करोड़ वाहनों पर असर पड़ेगा।
परिवहन विभाग कि आयुक्त धीरज साहू के द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया कि मालिकों को बीएस दो और तीन के वाहनों की जांच प्रत्येक महीने पर और बीएस चार व पांच की जांच साल में एक बार करानी पड़ेगी। इसके लिए परिवहन विभाग ने प्रदेश भर के हर थाना क्षेत्र के भीतर एक प्रदूषण केंद्र स्थापित करने का लक्ष्य मार्च 2021 रखा है। जिससे दो व चार पहिया वाहन मालिकों को प्रदूषण जांच कराने में दिक्कत न हो। परिवहन आयुक्त के अनुसार उतर प्रदेश ऑनलाइन मोटरयान प्रदूषण जांच केंद्र योजना 2020 के अंतर्गत हर जनपद के थाने स्तर पर प्रदूषण केंद्र खोलने की तैयारी है।
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने का ऑफर
परिवहन विभाग ने पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रदेश भर में प्रदूषण जांच केंद्र की संख्या बढ़ाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए विभाग ने इच्छुक लोगों को प्रदूषण जांच केंद्र खोलने का ऑफर दिया। इस संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल करने के लिए इच्छुक लोग संभागीय परिवहन कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
प्रदूषण जांच की नए रेट
-दो पहिया में सभी प्रकार के वाहनों के लिए 50 रूपए, अभी 30 रुपये।
-तीन व चार पहिया पेट्रोल, सीएनजी व एलपीजी के लिए 70 रुपए, अभी 40 रुपये।
-चार पहिया सभी प्रकार के डीजल वाहनों के लिए 100 रुपये, अभी 50 रुपये।