बिल्डर को धमकाने के मामले में बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आशियाना थाने में तैनात दरोगा सदरुद्दीन खान को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने लाइन हाजिर कर दिया है। उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
सुरेंद्र नगर निवासी प्रियंका यादव ने 13 फरवरी को बिल्डर बीएम तिवारी के खिलाफ फ्लैट देने के नाम पर 8.73 लाख रुपये ठगने का केस दर्ज कराया था। यह रकम प्रियंका ने चेक से बीएम तिवारी की कंपनी ओलार्स इंफ्रा वेंचर एलएलपी के नाम से दी थी। केस दर्ज कर विवेचना कर रहे दरोगा सदरुद्दीन खान पर आरोप है कि उन्होंने बृहस्पतिवार को बिल्डर बीएम तिवारी को बुलाया था लेकिन वह नहीं पहुंचे।
इस पर दरोगा ने उनको कॉल की। बिल्डर ने दरोगा से बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया। देर शाम उसे सोशल मीडिया पर वायरल करवा दिया। ऑडियो में दरोगा ने कहा कि इस मुकदमे में उसकी खाल उधेड़ देंगे और जेसीबी से उसका मकान भी गिरवा देंगे। ऑडियो वायरल होने पर पुलिस कमिश्नर ने दरोगा सदरुद्दीन खान को लाइन हाजिर कर मामले के जांच का आदेश भी जारी कर दिया।
कोर्ट ने लगाई थी फटकार
प्रभारी निरीक्षक आशियाना परमहंस गुप्ता के मुताबिक, बीएम तिवारी के खिलाफ कई थानों में ठगी के केस दर्ज हैं। प्रियंका यादव को बिल्डर ने सिटी लॉ कॉलेज के पास प्रेजेस टावर में फ्लैट देने का झांसा दिया था। उनके केस में कोर्ट ने बुधवार को दरोगा को तलब किया था जिसमें उनको फटकार लगाई थी। साथ ही निर्देश दिया था कि विवेचना जल्द पूरी कर चार्जशीट लगाएं। इसके बाद दरोगा ने बिल्डर को बृहस्पतिवार को अंतिम बार अपना पक्ष रखने के लिए कहा था। आरोप है कि बिल्डर लगातार पुलिस को झांसा दे रहा है। न ही कोई दस्तावेज भेज रहा है।