रोली खन्ना
सोशल मीडिया पर अगर आप किसी अजनबी से दोस्ती कर रही हैं तो जरा संभल जाएं। कहीं ये अजनबी आपके विश्वास का कत्ल करके जिंदगी को जहन्नुम न बना दे।
जनवरी व फरवरी में ऐसी 27 शिकायतें वन स्टॉप सेंटर/आशा ज्योति केंद्र व 181 हेल्पलाइन पर आई हैं, जिनमें चैटिंग से शुरू हुई दोस्ती का सफर छेड़खानी, दुष्कर्म, यौन शोषण व शादी के नाम पर झांसे पर खत्म हुआ।
चौंकाने वाली बात है कि इसमें धोखा देने वाले 26 लड़के लखनऊ के हैं। वहीं, एक मामले में घटनास्थल लखनऊ है। इसमें आरोपी सहारनपुर का है और पीड़िता सुल्तानपुर की है।
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी सेना में सिपाही है। आरोेपी ने धमकाया है कि अगर शिकायत की तो उसकी सारी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा।
नाबालिग लड़के ने युवती से गांठी दोस्ती
नाबालिग ने फेसबुक पर रायबरेली की रहने वाली 21 वर्षीय युवती से दोस्ती गांठी। कई दिनों तक चैटिंग चली और अचानक एक दिन युवती अपना घर छोड़कर लखनऊ आ गई। जब इसकी जानकारी लड़के के पिता को हुई तो उनके हाथ-पांव फूल गए और गिरफ्तारी का डर सताने लगा। उधर, युवती के परिवारीजनों की सूचना के बाद रायबरेली पुलिस ने लड़के के मामा को थाने पर बैठा लिया। इस बीच लड़के का पिता युवती को लेकर वन स्टाप सेंटर पहुंचे और सच्चाई बताकर गुहार लगाई। वन स्टॉप सेंटर की सक्रियता से युवती अपने घर पहुंचाई गई।
पंजाब से लखनऊ पहुंची, पर स्टेशन पर कोई नहीं मिला
सोशल मीडिया पर पंजाब निवासी महिला की दोस्ती लखनवी युवक से हुई। चैटिंग के दौरान दोनों को प्यार हो गया। विश्वास में आकर एक दिन महिला ने तय कर लिया कि वह लखनऊ जाएगी। वह पंजाब से निकली और सीधे चारबाग स्टेशन पहुंची। घर पर बता कर आई थी कि वह अपने फेसबुक प्यार से मिलने जा रही है। घर पर वह अपने पति व बच्चों को छोड़ आई थी, पर स्टेशन पर उसे कोई नहीं मिला। इसके बाद पीड़िता ने वन स्टॉप सेंटर पर शिकायत की।
सोशल मीडिया पर ज्यादा वक्त खतरनाक
वन स्टॉप सेंटर/आशा ज्योति केंद्र व 181 हेल्पलाइन प्रभारी अर्चना सिंह कहती हैं कि ऐसी शिकायतों में आई तेजी का एक कारण यह भी है कि बीते वक्त में लोगों ने मोबाइल पर ज्यादा वक्त बिताया है। खाली वक्त में खूब चैटिंग हुई है, कभी जिनके हाथ में मोबाइल नहीं रहा वे भी इसके लती बने और नतीजा सामने है। चिंता की बात यह है कि सोशल मीडिया पर दोस्ती के नाम पर छेड़खानी, दुष्कर्म और यौन शोषण करने के मामले बढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि एक साइबर सेल का टोल फ्री नंबर भी होना चाहिए, ताकि ऐसे मामलों की निगरानी हो सके।
लगातार हो रही मॉनिटरिंग, जरूर पकड़े जाएंगे
एसपी, एसटीएफ, प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया की लगातार निगरानी हो रही है। आरोपी पकड़े जरूर जाएंगे, चाहे प्रॉक्सी आईपी का इस्तेमाल करें या वीपीएन तकनीक का इस्तेमाल करें। हमारे पास वे सारी टेक्नोलॉजी है, जो आप तक पहुंचा ही देगी। पकड़े जाने के बाद अपराध जिस तरह का है, उस तरह की धाराएं लगेंगी और सजा भी जरूर मिलेगी।