प्रदेश में अब तक 8,30,815 हेल्थ केयर वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज और 5,57,495 को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। अब तक 6,47,759 फ्रंट लाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन की पहली व 1,70,731 को दूसरी डोज दी जा चुकी है। वरिष्ठ नागरिक के रूप में 11,19,724 लोग पंजीकृत हैं। इनमें से अब तक 10,87,816 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने बृहस्पतिवार को कोविड-19 टीकाकरण की स्टेट स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में यह जानकारी दी।
मुख्य सचिव ने कहा कि टीकाकरण के लिए जिला स्तर पर गठित डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स की प्रत्येक सप्ताह एक बैठक जरूर की जाए। जिन जिलों में टीकाकरण कम हो रहा है वहां पर समस्या का निराकरण कराकर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाए। कम टीकाकरण वाले जिलों में कोविड-19 टीकाकरण का व्यापक प्रचार-प्रसार कराकर आमजन को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाए। धर्मगुरुओं से बात करके उनसे अनुरोध किया जाए कि वह लोगों को टीकाकरण के फायदे बताएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिलों में टीकाकरण केंद्र ऐसी जगह स्थापित किया जाएं जहां पर आमजन को पहुंचने में असुविधा न हो। जिन अस्पतालों को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है, यदि वहां पर उचित मूलभूत सुविधाएं न हों तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। टीकाकरण में होने वाले नुकसान को कम से कम किया जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव नगर विकास डॉ. रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. अमित मोहन प्रसाद, प्रबंध निदेशक एनएचएम अपर्णा उपाध्याय मौजूद रहे।
प्रदेश में रिकार्ड 3.53 लाख टीकाकरण
प्रदेश में 60 साल से अधिक और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 से 59 साल के लोगों के टीकाकरण का बृहस्पतिवार को रिकार्ड बना। देर रात तक मिली जानकारी के अनुसार 353608 लाभार्थियों ने अपना टीकाकरण कराया। इस दौरान टीकाकरण की पहली डोज ले चुके लाभार्थियों को दूसरी खुराक भी दी गई। जिन लोगों का बृहस्पतिवार को टीकाकरण किया गया, उन्हें 16 अप्रैल को उसी टीकाकरण केंद्र पर टीका लगाया जाएगा। टीकाकरण संबंधी अन्य जानकारी के लिए राज्य हेल्पलाइन नंबर 104 और राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1075 पर संपर्क किया जा सकता है।