गौरीगंज (अमेठी)। जनशिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए मंगलवार को सभी तहसीलों में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर फरियादियों को मायूस लौटना पड़ा।
आम दिनों की तरह दिवस पर भी शिकायतकर्ताओं को जल्द निस्तारण का आश्वासन देकर बैरंग लौटा दिया गया। चारों तहसीलों में 200 शिकायतें आईं जिनमे मात्र सात शिकायतों का मौके पर निस्तारण हुआ।
कोविड-19 संक्रमण के बीच जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए मंगलवार को सभी तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ।
गौरीगंज में आयोजित तहसील में डीएम अरुण कुमार, तिलोई में एडीएम न्यायिक सुधीर रूंगटा, मुसाफिरखाना में एडीएम वित्त एवं राजस्व सुशील प्रताप सिंह तथा अमेठी में एसडीएम महात्मा सिंह ने अफसरों के साथ सुनवाई की।
गौरीगंज में 74, अमेठी में 63, मुसाफिरखाना में 35 तथा तिलोई में 28 शिकायकर्ताओं ने अपनी पीड़ा अफसरों को सुनाई। दिवस में भी शिकायतकर्ता की परेशानी का निस्तारण नहीं हो सका। यहां भी उन्हें आम दिनों की तरह सिर्फ जल्द निस्तारण के आश्वासन पर बैरंग लौटना पड़ा।
गौरीगंज में शिकायत करने आए रामसुरेश, धनीराम, बच्चा सिंह, केवलावती, रामपति व सुशीला ने बताया कि जनसुनवाई की तरह संपूर्ण समाधान दिवस में भी अफसर सिर्फ औपचारिकता निभा रहे हैं।
दिवस के बाद शिकायतों को संबंधित विभाग को देते हुए गौरीगंज व तिलोई में एक भी शिकायत का मौके पर निस्तारण नहीं हो सका तथा अमेठी में तीन व मुसाफिरखाना में चार शिकायतों का मौके पर निस्तारण कराते हुए चारों तहसील में दो-दो संयुक्त टीमें भूमि विवाद निस्तारण के लिए रवाना करते हुए दिवसाधिकारी ने अपनी जिम्मेदारी पूरी की।
डीएम ने दिवस में प्राप्त शिकायतों को समय सीमा में गुणवत्ता परक ढंग से निस्तारित करने का निर्देश देते हुए शिकायतें निस्तारित नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। गौरीगंज में एसपी दिनेश सिंह, सीडीओ डॉ. अंकुर लाठर व एसडीएम संजीव कुमार मौर्य समेत सभी विभाग के जिम्मेदार अफसर मौजूद रहे।