अमेठी। महाशिवरात्रि के एक दिन पहले बुधवार को क्षेत्र स्थित सभी शिवालय सज-धज कर तैयार हो गए हैं। गुरुवार को शिवमंदिरों में हर-हर महादेव के जयकारे गूंजेंगे। महाशिवरात्रि पर्व के पहले कई मंदिरों पर श्रीरामचरित मानस पाठ शुरू हुआ। गुरुवार को हवन-पूजन व जलाभिषेक के साथ भंडारा आयोजित होगा।
भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती के विवाह उत्सव को लेकर मनाए जाने वाले पर्व महाशिवरात्रि को लेकर भक्तों में खासा उत्साह रहता है। बुधवार को क्षेत्र के प्रसिद्ध शिवालय सहित अन्य शिव मंदिरों को साफ-सुथरा करने के साथ रंग-रोगन का काम अंतिम दौर में रहा। हिंदू धर्मावलंबियों का मानना है कि महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। शिवरात्रि पर्व पर शिव भक्त प्रसिद्ध शिवालय में पहुंच कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं।
ताला स्थित मुकुट नाथ धाम, जागेश्वर धाम, कालिकन धाम, देवीपाटन धाम, दुखहरण धाम, महादेवन समेत विभिन्न शिव मंदिरों में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजन-अर्चन करेंगे। कई शिव मंदिरों पर महाशिवरात्रि से पहले बुधवार को श्रीरामचरित मानस पाठ व ओम नम: शिवाय का अखंड जाप शुरू हो गया है। गुुरुवार को मंदिर पर हवन-पूजन के साथ भक्त रुद्राभिषेक व जलाभिषेक करेंगे। परिसर में भंडारे का भी आयोजन होगा।
गौरीगंज के सैंठा मार्ग स्थित शिव मंदिर में गुरुवार को ओम नम: शिवाय जाप के साथ शुक्रवार को पूर्णाहुति व भंडारा होगा। आयोजक राजेंद्र जायसवाल व राजा मिश्र ने बताया कि गुरुवार को मंदिर में भक्त जलाभिषेक व रुद्राभिषेक के साथ जाप में शामिल होंगे। अमेठी ब्लॉक के ताला गांव स्थित मुकुटनाथ धाम में अपने वनवास के दौरान पांडवों ने भगवान शिव को अपना मुकुट चढ़ाकर पूजन-अर्चन किया था तभी से इस मंदिर का नाम मुकुट धाम पड़ा। यहां सुदूर क्षेत्र से श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए आते हैं।