यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा में एक मानी जाती है.हर साल लाखों की संख्या में विद्यार्थी परीक्षा में बैठते हैं. इस परीक्षा में वही विद्यार्थी सफल हो पाते हैं जो कड़ी मेहनत करते हैं और सही रणनीति अपनाते हैं. देश के हर कोने में लाखों की संख्या में अभ्यर्थी हर साल यूपीएससी की परीक्षा में बैठते हैं लेकिन इसमें से सफलता कुछ प्रतिशत विद्यार्थी हो पाते है.
भोपाल की रहने वाली सृष्टि जयंत देशमुख के बारे में बताने वाले है. सृष्टि टीवी देख कर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी की और आईएएस अफसर बन गई.
सृष्टि ने 2018 में यूपीएससी का एग्जाम दिया और पहले प्रयास में पांचवा रैंक हासिल कर लिया. उस साल सृष्टि ने पूरे देश में महिलाओं में प्रथम स्थान हासिल किया था.
एक साथ की इंजीनियरिंग और यूपीएससी एग्जाम की तैयारी-
एक रिपोर्ट के अनुसार सृष्टि ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ साथ upsc की तैयारी किया. इंजीनियरिंग करते समय सृष्टि में सोचा कि मैं नौकरी करूंगी तो सिर्फ सिंपल नौकरी करुँगी लेकिन ऊपर से करूंगी तो कुछ खास करूंगी. सृष्टि ने कहा कि वह पूरी समय यूपीएससी की तैयारी करती थी. वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई से सेमेस्टर के एग्जाम आने पर ही करती थी. बाकी अपना सारा समय दो यूपीएससी की तैयारी में लगाती थी.
माता-पिता के सपोर्ट से मिली सफलता-
सृष्टि की मां टीचर है और उसके पिता इंजीनियर है. सृष्टि जब यूपीएससी की तैयारी इंजीनियरिंग के साथ करती थी तब उनके माता-पिता ने उसे कभी नहीं पूछा कि वह क्या कर रही है और कैसे कर रही है. बल्कि हमेशा सृष्टि को एक स्ट्रांग एनवायरमेंट दिया ताकि वॉचेस पढ़ सके.
सृष्टि ने सोशल मीडिया से बना ली थी दूरी-
सृष्टि ज़ब यूपीएससी की तैयारी कर रही थी तब उन्होंने सोच लिया था कि यह मेरा पहला और अंतिम प्रयास है. अपनी तैयारी के दौरान वह सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी.
राज्य सभा टीवी देखकर की तैयारी-
अपनी तैयारी के दौरान वह राज्यसभा टीवी देखती थी और साथ ही साथ ऑनलाइन स्टडी मटेरियल से पढ़ाई करती थी.