उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा लगातार निर्माण कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है। यूपी में कई एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण हो चुका है और कहीं नहीं एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। यूपी में सड़कों से हर राज्यों की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए योगी सरकार के द्वारा लगातार प्रयत्न किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में पहली बार ऐसा होगा जब कोई रिंग रोड को एक्सप्रेस लेकर जैसा बनाया जाएगा। आपको बता दें कि इसका शुरुआत कानपुर में होगा क्योंकि कानपुर रिंग रोड को एक्सप्रेसवे के जैसा बनाया जा रहा है।
यहां 93.5 किलोमीटर की प्रस्तावित रिंग रोड पर वाहन 120 किलोमीटर की स्पीड में फर्राटा भर सकेंगे, यह मानक अभी तक एक्सप्रे-वे के लिए हैं।
एनएचएआई के चेयरमैन ने रिंग रोड के नए प्रोजेक्ट को मंजूर करते हुए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। निर्माण का बजट 2600 करोड़ से बढ़ाकर चार हजार करोड़ को भी हरी झंडी दे दी है।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने दो महीने पहले भविष्य को ध्यान में रखते हुए रिंग रोड सिक्सलेन बनाने का संशोधित प्रोजेक्ट एनएचएआई चेयरमैन अलका उपाध्याय को भेजा था।
तर्कों को जायज मानते हुए योजना का खाका तकनीकी और बजटीय कमेटी के पास भेजा गया, जहां से मंजूरी के बाद इसे अनुमति प्रदान कर दी गई। हालांकि जमीन पहले ही सिक्सलेन के लिए ली जा रही है। मंधना-सचेंडी के बीच 23.32 किलोमीटर की रिंग रोड के लिए जमीन अधिग्रहण का गजट सिक्सलेन का ही किया गया है।
रिंग रोड के एक्सप्रेस-वे जैसे बनने से स्पीड का मानक बढ़ेगा। स्पीड सीमा बढ़ने के साथ-साथ साइन बोर्ड, सेफ्टी ढांचा बदलेगा। जहां पर एलिवेटेड रोड या पुल का निर्माण होगा, वह आठ लेन का होगा।
नई रिंग रोड कानपुर की तस्वीर बदल देगी
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रशांत दुबे ने बताया कि, रिंग रोड को एक्सप्रेस-वे जैसे विनिर्देश की मंजूरी मिली है। संशोधित प्रोजेक्ट व बजट को मंजूरी मिल गई है। नई रिंग रोड कानपुर की तस्वीर को बदलने का काम करेगी। वहीं, भारी वाहनों का बाहर ही बाहर आवाजाही का रास्ता देगी। आपको बता दें कि इस रिंग रोड के निर्माण में 400 करोड़ रुपए लगेंगे।