IAS Success Story : हमारे देश में कई ऐसे बच्चे होते हैं जो असफलताओं के आगे हार मान लेते हैं और अपने सपने को पूरा नहीं करना चाहते हैं लेकिन कई ऐसे भी बच्चे होते हैं जो असफलताओं से हार नहीं मानते बल्कि आगे बढ़ना चाहते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ऑफिसर की कहानी बताने वाले हैं जो दसवीं में थर्ड डिवीजन से पास हुआ लेकिन हार नहीं मानी और वह आईएएस अफसर बन गया।
अवनीश शरण ने लिखा, ’12 वीं में आपके कितने प्रतिशत अंक आए थे ?’ इसके बाद उन्होंने अपनी संघर्ष की यात्रा के बारे में लिखा – मेरी यात्रा: 10वीं में 44.7 प्रतिशत, 12वीं में 65 प्रतिशत, ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत।
सीडीएस और सीपीएफ भर्ती परीक्षा दोनों में फेल हुआ। राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 10 से अधिक बार प्रारंभिक परीक्षा में फेल हुआ। लेकिन वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम प्रयास में साक्षात्कार तक पहुंच गए और दूसरे प्रयास में वह ऑल इंडिया रैंक में 77 वी रैंक पाए।
इस ऑफिसर की कहानी कहती है कि कभी भी मिलने वाली असफलताओं से नहीं घबराए और अपने सफलता के लिए आगे बढ़ते रहें आपको एक न एक दिन सफलता अवश्य मिलेगी।
इससे पहले उन्होंने 10वीं की मार्कशीट शेयर की थी जो स्टूडेंट्स को मार्क्स और सफलता के बीच अंतर बता रही थी। बिहार बोर्ड मैट्रिक की 26 साल पहले की इस मार्कशीट में देखा जा सकता है कि अवनीश को 700 में से केवल 314 मार्क्स (44.5 फीसदी) मिले थे। मैथ्स में तो वह फेल होते होते बचे थे। 10वीं में थर्ड डिविजन से पास होने के बावजूद अवनीश यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस ऑफिसर बने।