मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ अधिक से अधिक लड़कियो तक पहुंचाने के लिए cm yogi की सरकार पूरी कोशिश कर रही है। इसके लिए हर महीने समीक्षा करने के साथ ही संख्या बढ़ाने के लिए आदेश जारी किए गए हैं।यूपी की बेटियों को 15 साल की अवधि में 15000 रुपए की राशि आर्थिक मदद दी जा रही है। यह राशि 6 किस्तों में दी जाएगी।
कब शुरू हुई योजना
भ्रूण हत्या जैसे अपराध को रोकने के लिए प्रदेश सरकार तमाम प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में सरकार ने वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की भी शुरुआत की थी। जिसके तहत हजारों बेटिया इस योजना का लाभ उठा रही हैं।
इन्हें मिलता है लाभ
इस योजना के अतंर्गत वे बेटियां पात्र हैं, जिनका जन्म एक अप्रैल 2019 के बाद हुआ है। इसके अलावा माता-पिता की आय तीन लाख रुपये वार्षिक से कम हो। प्रत्येक परिवार की सिर्फ दो बेटियों को ही इसका लाभ मिलेगा। यदि पहला बच्चा बेटी या बेटा है और दूसरे प्रसव के दौरान जुड़वा बेटी होती है तो भी योजना का लाभ मिलेगा।
ऐसे मिलते हैं 15 हजार
बालिका के जन्म होने पर पहली किस्त के 2000 रुपये मिलती है। इसके बाद एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण पर – दूसरी किस्त के 1000 रुपए फिर कक्षा एक में प्रवेश लेने पर तीसरी किस्त के 2000 रुपये फिर कक्षा 6 में प्रवेश लेने के बाद – चौथी किस्त के 2000 रुपये फिर कक्षा 9 में एडमिशन के बाद – पांचवी किस्त के 3000 रुपये मिलते हैं। इसके बाद 10वीं या 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण करके स्नातक या फिर 2 साल से अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स पर – छठी किस्त के 5000 रुपये दिए जाते हैं।