अनवरगंज-मंधना एलीवेटेड ट्रैक को लेकर सर्वे के बाद तैयार की गई DPR को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके त्रिपाठी के द्वारा हरी झंडी दे दी है। भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी से मुलाकात में वह इसके निर्माण को लेकर सहमत दिख रहे थे।उन्होंने कहा कि अब किसी तरह की सर्वे की जरूरत नहीं है।
1972 करोड़ से निर्माण का प्राथमिक प्रस्ताव आ गया है। जल्द विस्तार से रिपोर्ट तैयार कर लिया जायेगा और अगले साल जनवरी से काम शुरू कर दिया जाएगा।
आपको बता दे की इससे शहर की 14 क्रासिंगों पर रोज लगने वाले जाम से राहत मिलेगी। इन क्रासिंगों से करीब 30 लाख लोग रोज आते जाते हैं।
कई सालो से अनवरगंज-मंधना एलीवेटेड रेल ट्रैक बनाये जाने को लेकर जनप्रतिनिधि और अफसर प्रयास कर रहे हैं। भीषण जाम की कारण बनने वाले इस ट्रैक के एलीवेटेड होने से बड़ी समस्या खत्म होगी।
रेलवे अधिकारियों की टीमें पिछले दिनों इसको लेकर कई सर्वे करा चुकी हैं। 31 अगस्त को प्राथमिक डीपीआर भी भेजी जा चुकी है।
सोमवार को नई दिल्ली रेल भवन में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके त्रिपाठी से मिलकर कानपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद सत्यदेव पचौरी ने एलीवेटेड ट्रैक को लेकर बात रखी। उन्होंने बताया कि जाम की विभीषिका से जूझने वाले शहर के लिए यह ट्रैक ही राहत दे सकता है।
इस पर बोर्ड के चेयरमैन ने विस्तार से प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराकर जनवरी से जमीनी स्तर पर काम शुरू कराने की बात कही।
उन्हें वित्तीय स्वीकृति को लेकर चिंता नहीं करने का आश्वासन दिया। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव पहले ही एलीवेटेड ट्रैक को लेकर सहमति जता चुके हैं। वर्ष 2024 से पहले ही शहर के विकास को गति देने के लिए सभी अधूरे कामों को पूरा करा देंगे।