उत्तर प्रदेश सरकार ने अब उत्तर प्रदेश को हवाई जहाज रखने का हक बनाने का फैसला किया। उत्तर प्रदेश में हवाई जहाज के रखरखाव के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे।
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी।
बैठक के बाद लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि मंत्रिपरिषद की बैठक में नागरिक उड्डयन विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश में हवाई जहाजों के रखरखाव, मरम्मत और दुरुस्त (मेंटेनेंस, रिपेयर एवं ओवरहाल) करने का हब बनाने के संबंध में प्रस्ताव पेश किया गया था।
इस प्रस्ताव को मंत्रिपरिषद ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इसके पारित होने के बाद विभाग इस दिशा में एक नीति बनाकर काम शुरु करेगा।
उन्होंने बताया कि फिलहाल भारत में इस तरह की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण देश के हवाईजहाजों को रखरखाव आदि के लिये विदेश ले जाना पड़ता है। यह काफी खर्चीला साबित होता है। प्रसाद ने कहा कि नयी नीति लागू कर उप्र को हवाई जहाजों के रखरखाव के प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित करने का मंत्रिमंडल ने फैसला किया है।
प्रसाद ने कहा कि अगले पांच सालों में देश के जहाजी बेड़े में लगभग 1000 नये वायुयान जुड़ेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए नयी नीति बनायी गयी है, जिसमें हवाई जहाजाें के रखरखाव का केन्द्र विकसित करने के लिये सब्सिडी भी दी जायेगी। इसकी शुरुआत नोएडा से होगी जहां इस तरह का पहला हब बनाया जायेगा।