हर साल लाखों विद्यार्थी यूपीएससी की परीक्षा देते हैं. इनमें से कुछ विद्यार्थी आईएएस अफसर बनने के सपने को पूरा भी करते हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी विद्यार्थी होते हैं जो कई बार परीक्षा देने के बाद भी सफल नहीं हो पाते हैं. लेकिन कई ऐसे विद्यार्थी भी होते हैं जो कई बार असफल होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारते और लगातार मेहनत करते जाते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही विद्यार्थी की कहानी बताने वाले हैं जिसने कई मुश्किलों का सामना करके अपने अफसर बनने के सपने को पूरा किया.
आज हम आपको बताने वाले हैं अकाश त्यागी की कहानी. भले ही वह IAS गए लेकिन उनके लिए यह सपना बहुत ही ज्यादा मुश्किल था. अक्सर वाली स्कूल के समय में कई सब्जेक्ट में फेल हो जाते थे. उनके परिवार को ऐसा लगता था कि वह कभी सफल नहीं हो पाएंगे.
पिता ने छोड़ दी थी सरकारी नौकरी: अकाश त्यागी ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके परिवार को उनके carrer को लेकर काफी ज्यादा चिंता रहती थी . उन्होंने बताया कि उनकी मां ने उनका एक बार ज्योतिषी से कुंडली दिखाया था तो उसने ने साफ मना कर दिया था कि यह लड़का कभी नौकरी कर पाएगा. ज्योतिषी ने कहा था कि यह लड़का कभी सरकारी नौकरी नहीं कर सकता. उन्होंने यह भी बताया कि उनके पिता सरकारी नौकरी करते थे लेकिन बाद में उन्होंने बच्चों के भविष्य को लेकर नौकरी छोड़ दी.
उन्होंने बताया कि मेरे पिता ने नौकरी इसलिए थोड़ी कि उनकी पोस्टिंग कल से ज्यादा होती थी तो वह प्राइवेट नौकरी कर लेंगे और मेरे पढ़ाई के लिए एक शहर में शिफ्ट हो जाएंगे. नौकरी छोड़ने के बाद उनके पिता को कोई प्राइवेट नौकरी भी नहीं मिली जिसके बाद से आकाश को कई जगह किताबें और जूस भी बेचना पड़ा. उन्होंने बताया कि उन्होंने 12वीं के बाद इंजीनियरिंग किया लेकिन इंजीनियरिंग करने के बाद भी वाले कोई नौकरी नहीं मिली.
एक बार आकाश की मां को हार्ट अटैक आ गया उस टाइम अपनी मां से अस्पताल में मिलने गए. उनके दिल से आवाज आई कि मुझे कुछ अच्छा करना चाहिए. तब उन्होंने सोचा कि मैं यूपीएससी क्रैक करूंगा और यह सोचकर वह दिल्ली शिफ्ट हो गए. दिल्ली शिफ्ट होने के बाद उन्होंने 8 नौकरियों के एग्जाम दिए और आठों को पहले ही प्रयास में निकाल लिया. उन्होंने यूपीएससी एग्जाम भी पहले ही प्रयास में क्रैक किया.
आकाश की कहानी है बताती है कि कभी भी मुश्किलों से हार नहीं मानना चाहिए और तब तक कोशिश करनी चाहिए जब तक सफल ना हो जाओ.