कोविड-19 के प्रकोप के बाद 2 साल के बाद इस साल अमरनाथ यात्रा शुरू हुआ और इस साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए गए थे। लेकिन इसी बीच अमरनाथ में एक बहुत बड़ी दुर्घटना हो गई।
अमरनाथ में बादल फटने के के कारण कई लोगों की मृत्यु हुई है वहीं दूसरी तरफ कई लोगों की लाश से अभी तक गायब है। अमरनाथ यात्रा में राजस्थान के 4 लोगों की मौत हुई है वह चारों दोस्त थे जो कि अमरनाथ यात्रा करने बहुत ही मन से गए हुए थे।
सात दिन के बाद यानि दस जुलाई को उनके मौत की खबर जब परिवार तक पहुंची तो कोहराम मच गया। एक साथ चार लोगों की मौत के बार पूरे के पूरे जिले में ही मातम पसरा हुआ है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर चारों के शवों को अमरनाथ से नागौर लाने की तैयारी कर रहे हैं।
आपको बता दें कि आज दोपहर चारों का शव अजमेर पहुंचा उसके बाद उसे नागौर भेज दिया गया। इस हादसे के बाद अब राजस्थान के मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। बताया जा रहा है कि कोटा के भी कई लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं।
दरअसल नागौर निवासी चार दोस्त तीन जुलाई को ही निजी साधनों से अमरनाथ के लिए रवाना हुए थें। छह जुलाई को पहलगांव पहुंचे थे और वहां पहुंचने तक लगातार परिवार के संपर्क में रहे।
उसे बाद छह जुलाई को अमरनाथ के लिए चढाई शुरु की और परिवार को कहा कि अब बाद में कॉल करेंगे।
लेकिन किसे पता था कि अब चारों में से किसी का फोन नहीं आएगा। मिली जानकारी के अनुसार मृतकों में विजय सिंह 41ए प्रहलादराम 36ए युजेवेन्द्र सिंह और वीर सिंह की मौत हो गई।
विजय सिंह सरकारी स्कूल में प्रधानार्चा थे। प्रहलाद टी वेंडर थे। वीर सिंह और यजुवेन्द्र का फाईनेंस का काम था। वीर सिंह फाइनेंस के अलावा बिल्डिंग मैटेरियल का काम करते थे।
उधर गंगानगर के वाधवा दम्पत्ति में मोहन लाल वाधवा का तो शव परिजनों को सौंप दिया गया है। वहीं सुनीता वाधवा का शव आज लाया जाएगा।