उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक अटूट आस्था का केंद्र है,जहां पर एक ऐसे हनुमान जी हैं जिनके पास आपकी हर एक दुआ पूरी होती है. आपको बता दें लखनऊ के गीत हनुमान जी को ग्रेजुएट हनुमान जी कहते हैं और इनको जो भी चिट्ठी लिखता है उनका हर एक अरदास पूरा होता है. तो आइए जानते हैं राजधानी लखनऊ के इस अनोखे हनुमान जी के बारे में……
दरअसल देश और विदेशों से श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं चिट्ठी पर लिखकर मंदिर के पते पर भेजते हैं. हर साल लगभग 300000 लोग भगवान को चिट्ठी लिखते हैं और जब मंदिर का पट बंद हो जाता है तब पुजारी इन चिट्ठियों को हनुमान जी को पढ़कर सुनाता है.
हनुमान सेतु के पुजारी का कहना है कि प्रभु सभी लोगों की मुरादें पूरी करके उनके कष्ट हर लेते हैं. उधर जब श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं तब वे हनुमान सेतु में आकर दर्शन-पूजन भी करते हैं. भक्त खुद पुजारी को बताते हैं कि उन्होंने हनुमान जी को चिट्ठी भेजी थीं.
दान पात्र और प्रभु के चरणों में चढ़ाते हैं चिट्ठियां-
हनुमान सेतु में हर साल देश के कोने-कोने से और विदेशों से निकला चिट्ठी आती है और हनुमान जी की मनोकामना पूरी करते हैं. विदेशों में बैठे लोग चिट्ठियों को डाक विभाग के जरिए यहां पर भिजवाते हैं. इन चिट्ठियों को हनुमान जी को सुनाने के करीब 2 से 3 महीने बाद सभी चिट्ठियों को मिट्टी में दबा दिया जाता है.
आपको बता दें कि यहां पर भी मान जी को लिखी गई चिट्ठी से मनोकामना कभी भी खाली नहीं जाती बल्कि हर हाल में मनोकामना पूरी होती है. जो भी हनुमान जी को चिट्ठी लिखते हैं हनुमान जीवन की मनोकामना पूरी कर देते हैं. रोजाना हनुमान जी की आरती शाम को 6:00 से 7:00 के बीच में होती है.
राजधानी लखनऊ में एक हनुमान जी के चर्चे गली-गली होती है और हर कोई इस हनुमान जी में आस्था रखता है.