अभी कुछ दिन ही हुए जब प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा उत्तर प्रदेश को एक नए एक्सप्रेसवे यानि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सौगात दी गई। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की सौगात देने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कई बड़े वादे किए थे।
लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा इस एक्सप्रेस-वे की सौगात दिए जाने के बाद यह एक्सप्रेसवे बड़ा ही कमजोर निकला। आपको बता दें कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पहली बारिश भी नहीं खेल पाया और बारिश होते ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे एक तरफ से टूट गया है।
इटावा से चित्रकूट तक 294 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया थ। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उद्घाटन होने के महज 5 दिन बाद क्षतिग्रस्त हो गया है और पहली बारिश में ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का कई राज खुल गया है। जालौन में सड़क धंस गई तो इटावा में सड़क में दरार पड़ गई है।
दरअसल, पहली बरसात के बाद ही बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर सवाल उठने लगे हैं. एक्सप्रेस-वे के 286.6 किलोमीटर पर एक पुलिया बनाई गई है, जिसके दोनों तरफ बड़ी स्थिति में मिट्टी का कटान हो गया है। अब तो बता देती नदी के कटान की गंभीरता को देखते हुए एक्सप्रेस से बनाने वाली कंपनी ने वहां पर कंक्रीट और मिट्टी का मिश्रण डाल दिया है।
फिलहाल, कंक्रीट और मिट्टी के मिश्रण से पुलिया की एक दीवाल को ढक दिया गया है. इस प्रकार से छोटे-छोटे कटान जगह-जगह पर कई स्थानों पर देखे जा सकते हैं। आपको बता दें कि एक्सप्रेसवे का बुरा हाल होने पर अखिलेश यादव सहित कई नेताओं ने भाजपा पर तंज कसा है और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के क्षतिग्रस्त होने को लेकर कई बड़ी-बड़ी बातें भी कह दिया है।