फादर्स डे पर एक पिता के लिए इससे बड़ा सुखद अहसास क्या होगा कि उनकी बेटी सेना की वर्दी पहने हुए सामने हो। लेकिन आगरा में एक पिता को फादर्स डे का यह तोहफा मरणोपरांत मिला। बेटी ने पिता के सपने को पूरा करने की ठानी और अपनी मेहनत और लगन से थल सेना में भर्ती होकर दिखाया। आज रिचा जब अपने पिता की फोटो के सामने पहुंची तो चेहरे पर सपना पूरा करने की मुस्कान और आंखों में पिता के दूर होने का दुख था।
कमलानगर निवासी रिचा पाराशर का मई में भारतीय थल सेना में अफसर के पद पर चयन हुआ है। रिचा के पिता का सपना था कि बेटी सेना में अफसर बने। पिता की मौत के बाद रिचा ने उनके सपने को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया और उसे हासिल किया। रिचा के पिता ब्रजेश पाराशर पुलिस विभाग में हैड आपरेटर थे। 2004 में बीमारी के कारण उनकी मृत्यु हो गई। उस समय रिचा की उम्र सात-आठ साल की थी। बचपन से ही अपने पिता के मुंह से सुना था कि सेना में अफसर बनकर देश की सेवा करनी है। उनके इसी सपने को पूरा करने के लिए रिचा ने बहुत मेहनत की। रिचा के ताऊ राकेश पाराशर बताते हैं कि उनके छोटे भाई के रिचा में जान बसती थी। उसके पैदा होते ही उन्होंने सपना देखा था कि बेटी को सेना में अफसर बनाएंगे। विगत 29 मई को आफीसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई में पासिंग आउट परेट में रिचा को दो स्वर्ण पदक व ट्रेनिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए श्रेष्ठता पत्र भी मिला था।
सेंट कानरेड्स इंटर कालेज से 12वीं और आगरा कालेज से एमफिल करने वाली रिचा ने एनसीसी विशेष भर्ती के तहत मात्र पांच रिक्तियों में पूरे भारत में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। रिचा की मां मीरा पाराशर बताती हैं कि रिचा के लक्ष्य को पूरा करने में आगरा कालेज की डा. रीता निगम व कर्नल गुरविंदर सिंह सिद्धू का बहुत सहयोग मिला। रिचा के भाई अपने व्यापार करते हैं। वर्तमान में रिचा की तैनाती पश्चिम बंगाल में है।
कोई केक बनाएगा तो कोई अपने पिता का मनपसंद भोजन
आज फादर्स डे है। इसके लिए युवाओं ने अपने घरों में खास तैयारियां की हैं। साप्ताहिक लाकडाउन के कारण रेस्टोरेंट या होटलों में इस बार पार्टियां नहीं होंगी पर घरों में पार्टी की पूरी व्यवस्था बच्चों ने की है। साप्ताहिक लाकडाउन के कारण दुकानें बंद होंगी, इसलिए तोहफे भी पहले ही खरीद लिए गए हैं। बेकरियों में भी फादर्स डे लिए खास केक तैयार किए गए हैं।
श्रृष्टि ने अपने पिता को सरप्राइज देने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। सजावट का सामान कुछ सामान बाजार से खरीदा है और कुछ खुद घर पर तैयार किया है। श्रृष्टि अपने पिता के लिए केक भी घर पर ही तैयार करेगी। ऐसी ही कुछ प्लानिंग दयालबाग निवासी वेदांती गुप्ता की है। वेदांती भी अपने पिता के लिए केक बनाएगी, इंटरनेट मीडिया पर उपलब्ध वीडियो देख-देख कर इसके लिए वो कई दिन से प्रेक्टिस भी कर रही थी। फतेहाबाद रोड निवासी आराध्य गुप्ता अपने पिता के लिए खास प्लानिंग कर रहे हैं। वे अपने पिता को उनकी फेवरेट डिश बना कर देंगे। घर के बाहर नहीं जा सकते हैं, इसलिए उनके साथ घर पर बैठकर कार्टून वेब सीरिज भी देखेंगे। सदर के अरमान व उनकी बहन रितिका सिंह ने अपने पिता के लिए घर पर ही पार्टी की प्लानिंग की है। खाना आर्डर करेंगे। केक घर पर ही बनाएंगे। सुबह से रात तक अपने पिता को उनके पसंदीदा चीजें बनाकर देंगे।