जल्द तैयार होने जा रहे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आठ फ्यूल स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए आयल मार्केटिंग कंपनियों के चयन के प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की 66वीं बोर्ड बैठक में स्वीकृति दे दी गई। इसके साथ ही पूर्वांचल और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लिए जरूरी जमीन की उपलब्धता के प्रस्ताव भी मंजूर हो गए हैं।
यूपीडा बोर्ड की बैठक मंगलवार को मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में विभागीय कार्यालय में हुई। निदेशक मंडल के सदस्य और अन्य अधिकारियों के सामने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे परियोजना पर आठ फ्यूल स्टेशन स्थापित करने के लिए सरकारी एवं निजी आयल मार्केटिंग कंपनियों के चयन का प्रस्ताव रखा गया। तय हुआ कि कंपनी ओन्ड कंपनी आपरेटेड पद्धति पर फ्यूल स्टेशन स्थापित करने के लिए निविदाएं आमंत्रित करने के लिए निविदा मूल्यांकन समिति से पहले ही अनुमोदन मिल चुका है। अब उसी आधार कंपनियों का चयन किया जाए।
वहीं, मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे के सिविल निर्माण की वित्तीय व्यवस्था के लिए एसबीआइ कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड द्वारा प्रस्तुत ड्राफ्ट फाइनेंशियल एडवाइजरी रिपोर्ट के प्रस्ताव को निदेशक मंडल ने स्वीकृति दे दी। बताया गया कि गंगा एक्सप्रेसवे के लिए अब तक कुल 7800 हेक्टेयर के सापेक्ष 4600 हेक्टेयर जमीन की खरीद या अधिग्रहण किया जा चुका है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के पैकेज-दो के तहत आजमगढ़ में रेलवे ओवरब्रिज के अलावा इंटरसेक्शन के लिए भूमि उपलब्ध कराई जानी है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का काम अंतिम दौर में चल रहा है। पैकेज-पांच स्थित अम्बेडकर नगर व आजमगढ़ में रेलवे ओवरब्रिज और रैम्प-इंटरचेंज के लिए जमीन दी जानी है। बोर्ड ने इन दोनों प्रस्तावों को भी स्वीकृति दे दी।