फ्लेक्सी फेयर के मार के बाद दीपावली पर सफर और भी ज्यादा मुश्किल हो गया है और लोगों को घर आने में परेशानी होने लगी है.आपको बता दें कि यूपी में छठ दीपावली के त्यौहार को लेकर लोग दूर-दूर से अपने घर आते हैं लेकिन फ्लेक्सी फेयर के बाद उनका सफर काफी ज्यादा महंगा हो गया है और अब फ्लाइट का सफर भी तीन से चार गुना महंगा हो गया है.
आपको बता दें कि फ्लाइट का टिकट तीन से चार गुना महंगा हो गया है वहीं दूसरी तरफ ट्रेन का टिकट का स्थली पर भी 3 गुना महंगा हो गया है जिसके कारण आम लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी है.
अकेली रोडवेज सेवाओं की दरें नहीं बढ़ीं लेकिन निजी बस संचालकों ने मनमाने ढंग से किराया बढ़ा दिया है।
विमानन कंपनियों के टिकट बेहद महंगे सबसे ज्यादा महंगाई ह्यहाई रश डेह्ण 22 और 23 अक्तूबर के टिकटों पर है। आपको बता दें कि 22 अक्टूबर को बेंगलुरु से कानपुर का टिकट ₹24000 है.
आम दिनों में यह 5990 रुपये का होता है। 23 अक्टूबर को दिल्ली से कानपुर का टिकट 3900 की जगह 12,100 रुपये का है। गोरखपुर में पहली बार जहाज का किराया 20 हजार पार हुआ है। 22 अक्टूबर को दिल्ली से गोरखपुर का टिकट 29 हजार रुपये का है।
दो लाख लोग वेटिंग में-
आपको बता दें कि त्योहारी सीजन में वेटिंग लिस्ट भी काफी लंबी हो गई है और लोगों को वेटिंग लिस्ट परेशान करने लगी है.
दिल्ली, मुंबई, सूरत, हैदराबाद, बेंगलुरू जैसे शहरों से रोजाना कानपुर आने वाली 209 ट्रेनों में 21 से 24 अक्तूबर तक दो लाख से ज्यादा यात्री वेटिंग में हैं। यात्री अंतत सफर नहीं कर सकेंगा या फिर कुली-टीटीई के रहम पर घर पहुंच पाएंगे।
फ्लैक्सी फेयर का भार
(21, 22 और 23 अक्तूबर को दिल्ली से कानपुर)
– सेकेंड एसी 1065 रुपये की जगह 2100 रुपये
– एसी थ्री 765 रुपये की जगह 2300 रुपये
– स्लीपर 296 रुपये की जगह 915 रुपये