आज कल कोचिंग का प्रचलन काफी ज्यादा बढ़ गया है. माता-पिता को ऐसा लगता है कि हमारा बच्चा जब तक कोचिंग नहीं जाएगा होनहार नहीं होगा. अफसर बनना हो या किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करना हो माता पिता को ऐसा लगता है कि बड़े से बड़े संस्थान में दाखिला दिलाने के बाद ही हमारा बच्चा कामयाब हो पाएगा.
बिना कोचिंग पास किया आईएएस की परीक्षा –
लेकिन बात को झूठा साबित कर दिया राजस्थान के कोटा की रहने वाली पूजा ने. पूजा ने ऑल इंडिया में 163वी रैंक यूपीएससी में हासिल किया. पूजा को राजस्थान कैडर ही मिला है.पूजा पार्थ ऐसे माता-पिता के नजरिए को बदलती है जो यह सोचते हैं कि उनका बच्चा कोचिंग जाकर ही समझदार बनेगा और अपने मंजिल को पा सकेगा.प्रेम नगर की रहने वाली पूजा पार्थ ने अपने पहले ही प्रयास में आईएएस के एग्जाम को क्रैक कर लिया. पूजा के पिता शंकरलाल मेडिकल कॉलेज में लाइब्रेरियन है और उनकी मां गृहिणी है.
इरादे मजबूत होने चाहिए- पूजा ने बताया कि वह m.a. करने के बाद सेल्फी स्टडी करने लगी. लगभग रोज 8 से 9 घंटे की पढ़ाई करने के बाद वह करंट अफेयर्स की पढ़ाई भी खुद से ही करती थी. पूजा यूपीएससी एक्जाम क्रैक करने के लिए किसी भी कोचिंग संस्थान की मदद नहीं ली है.
सही टाइम मैनेजमेंट कर के ही आईएएस मे पाया जा सकता है सफलता –
पूजा बताती हैं कि सही टाइम मैनेजमेंट से इंसान खुद से ही पढ़कर आईएस क्रैक कर सकता है. सचिन संस्थान जाने के लिए उन्हें अपने कोचिंग के टाइम मैनेजमेंट के हिसाब से चलना होता है लेकिन सिर्फ स्टडी करने के लिए किसी चीज का दबाव नहीं होता है वह अपने घर पर रहकर अपने तरीके से और अच्छे से पढ़ाई कर सकते हैं. बस इंसान को सही समय सारणी के साथ पढ़ना चाहिए.
जिंदगी मे आने वाली कठिनाइयों से डट कर लड़े
पूजा के जिंदगी में कई बार कठिनाइयां आई और उन्हें ऐसा लगा कि वह IAS नहीं बन सकती हैं लेकिन हर बार वह सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ती गई और अंततः अपने मंजिल को हासिल कर लिया. उन्होंने बताया कि जब तक इंसान खुद पर भरोसा नहीं करता वह कामयाब नहीं हो सकता. कामयाबी की पहली सीढ़ी ही होती है खुद पर भरोसा करना.