अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जब मां बाप बूढ़े हो जाते हैं तो बच्चे उन्हें घर से निकाल देते हैं और अपने लाभ के लिए वह माता-पिता को अपने घर में आसरा तक नहीं देते हैं. ऐसे में लाचार मां बाप जगह-जगह भटकते रहते हैं. लेकिन अब उत्तर प्रदेश में ऐसा नहीं होगा क्योंकि पुलिस के द्वारा एक विशेष अभियान बूढ़े मां बाप के लिए चलाया जा रहा है.
पुलिस महकमें की ओर से बजुर्गों की सेवा के लिए सवेरा योजना की शुरुआत की गई है। किसी भी बुजुर्ग को उनके स्वजनों के सताने की सूचना पर 112 नंबर पुलिस तुरंत पहुंचेगी। फिर पुलिस पीड़ित बुजुर्ग की मदद करेगी। अब तक जिले के 15 थानों में 3970 बुजुर्गों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है।
पुलिस केस खास पहल से बुजुर्गों को राहत मिलने की उम्मीद है और उम्मीद है कि इससे डरकर युवा अपने मां-बाप को घर से बाहर नहीं निकालेंगे. आपको बता दें कि इसके लिए थाना स्तर पर वरिष्ठ नागरिक सेल का गठन भी किया गया है. आपको बता दें कि अक्सर ऐसा देखा जाता है कि बदहाल अवस्था में वरिष्ठ नागरिक देखने को मिल जाते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि पुलिस के द्वारा इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है.
क्या है योजना का मकसद-
सवेरा योजना का मकसद बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों को तुरंत सहायता पहुंचाकर उन्हें सुरक्षा का एहसास कराना है। योजना के तहत अधिक से अधिक बुजुर्गों की सहायता करना पुलिस महकमें की मंशा है। थानावार जिन बुजुर्गों का पंजीयन किया गया है, उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर पुलिस के पास है।
एसपी खुद कर रहे मानीटरिंग-
पुलिस अधीक्षक डा. इलामारन बताते हैं कि वे खुद सवेरा योजना की मानीटरिंग कर रहे हैं। बुजुर्गों को सहायता देने के लिए पुलिस पूरी तरह से सक्रिय है। जिले में अब तक 3970 बुजुर्गों का पंजीकरण हुआ है। किसी भी बुजुर्ग की काल आने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर उसकी मदद करेगी।