उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने लगी है और एक बार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश का नमो घाट जो कि पर्यटन के लिए काफी फेमस है वहां पर भी अब बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है और यहां पर क्रूज़ के संचालन पर रोक लगा दी गई है।
इसका असर सबसे अधिक नमो घाट व वरुणा के तटवर्ती इलाकों में देखा जा रहा है।
शुक्रवार की सुबह गंगा की तेज लहरें जहां नमो घाट को अपने आगोश में ले ली है। वहीं गंगा का प्रवाह वरुणा में पलटने से आसपास के निवासियों के रहन-सहन पर संकट गहरा गया है।
लोग सुरक्षित स्थानों की ओर निकलने लगे हैं। कई घाटों पर पानी काफी ऊपर चढ़ जाने से नाव संचालकों को अपनी नौका बाधने में में भी दिक्कत आ रही है
गंगा में तेज बढ़ाव के कारण क्रूज संचालन पर रोक लगा दी गई है। क्रूज़ के निदेशक विकास मालवीय ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए 21 अगस्त तक गंगा में सभी क्रूज का संचालन रोक दिया गया है। 22 अगस्त को जल स्तर की स्थिति देखने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
केंद्रीय जल आयोग की माने तो गंगा के जलस्तर में 5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वृद्धि हो रही है, जिसके कारण जलस्तर 68.96 मीटर पर पहुंच गया है। हालांकि जलस्तर चेतावनी बिंदु 70.262 से 1.662 और खतरे का निशान 71.262 से 2.662 मीटर नीचे है।